शाहपुर जंगल में 242 कत्थे के पेड़ कटे
सुलतानपुर : आरक्षित वनक्षेत्र शाहपुर से 242 कत्थे के पेड़ गोपनीय ढंग से लापता हो गए हैं।
सुलतानपुर : आरक्षित
वनक्षेत्र शाहपुर से 242 कत्थे के पेड़ गोपनीय ढंग से लापता हो गए हैं।
जांच टीम की रिपोर्ट कुछ ऐसी ही तस्वीर दिखा रही है। इससे वन
माफियाओं की जंगल में सक्रियता के संदेह को पुष्टि मिलने लगी है। मुख्य वन संरक्षक ने उड़नदस्ता दल को रात्रि में सतर्क रखने का निर्देश दिया है। दैनिक जागरण ने शाहपुर जंगल में बड़े पैमाने पर कत्थे के पेड़ों के गायब होने का खुलासा किया था। जिस पर प्रभागीय वनाधिकारी केसी वाजपेयी ने स्थानीय रेंजर को जांच सौंपी। डिप्टी रेंजर इंद्रसोनकर ने मौके पर पड़ताल की थी। जिसके बाद बताया गया कि सात सौ कत्थे के पेड़ कटे हैं। रिपोर्ट पर वन विभाग ने वन निगम से काटे पेड़ों की आख्या मांगी, जिसमें रेंजर के मुताबिक दो लाट पेड़ों के काटे जाने का प्रकरण सामने आया। इनकी संख्या तकरीबन 458 बताई जा रही है। इस लिहाज से 242 पेड़ अभी भी लापता हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद
वन विभाग के अफसर भी शिथिल हो गए हैं।
पड़ोसी जनपद के माफियाओं की सक्रियता गोपनीय रिपोर्ट के मुताबिक प्रतापगढ़ व जौनपुर के वन माफिया भी शाहपुर जंगल में सक्रिय हैं। शाम ढलते ही पेड़ों को गिराने और उसे सीमा से पार करने का सिलसिला शुरू हो जाता है। वन पुलिस वाच टॉवरों पर नहीं होती है। इसके पीछे
सिपाहियों की संख्या में कमी बताई जा रही है। ऐसे में संयुक्त जांच दल ही अवैध कटान पर प्रभावी अंकुश लगा सकेगा।
दो लाट पेड़ वन निगम की तरफ से काटे गए हैं। शेष पेड़ों की कटान कब और कैसे हुई इसकी जांच कराई जा रही है। पड़ोसी जनपदों के वनमाफियाओं की सक्रियता रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
ओपी ¨सह, मुख्य वन संरक्षक फैजाबाद।