केजरीवाल समेत कई माननीयों के मुकदमे भेजे गए हाईकोर्ट, सालों से चल रहे थे लंबित
हाईकोर्ट ने सांसदों-विधायकों के मामले के लिए विशेष अदालत का गठन किया है। सुलतानपुर दीवानी में ऐसे 23 मुकदमे लंबित चल रहे थे।
सुलतानपुर(जेएनएन)। हत्या, गैगेंस्टर षडयंत्र के आरोपी सांसदों, विधायकों के 23 मुकदमों को सुलतानपुर से स्थानांतरित कर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में गठित विशेष अदालत में भेज दिया गया है। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम भी शामिल है। कई मुकदमे 16 वर्ष से भी पुराने हैं।
विदित हो कि सांसदों, विधायकों के मुकदमों को शीघ्र गति से निपटाने के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने विशेष कोर्ट का गठन कर प्रदेश भर के मुकदमों को स्थानांतरित किए जाने का आदेश दिया था। इसी क्रम में माननीय के खिलाफ कोतवाली नगर के नौ मुकदमे, कूरेभार के तीन, लम्भुआ के चार, गौरीगंज के चार तथा जामों थाना का एक मुकदमा शामिल है। कुल 23 माननीयों को अब सुलतानपुर न्यायालय के बजाय इलाहाबाद में पैरवी करनी होगी।
उक्त मुकदमे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति व जंगबहादुर सिंह, पूर्व सांसद ताहिर खां, तीन मौजूदा विधायक(भाजपा के सीताराम वर्मा व देवमणि दूबे एवं सपा के राकेश प्रताप सिंह) तथा कई अन्य चर्चित पूर्व विधायक व सांसद शामिल हैं। इन सभी के विभिन्न मुकदमों को अब विशेष अदालत में भेजा गया है, जहां उनपर एक साथ सुनवाई होगी। ऐसे मुकदमों के शीघ्र निपटारे के लिए हाईकोर्ट ने यह आदेश जारी कर विशेष अदालत का गठन किया है। तेजी से निस्तारण होने पर रानजनीतिक विवाद में दर्ज मुकदमे की हकीकत का भी पता चल जाएगा।
उल्लेखनीय है कि केजरीवाल पर धारा 125 लोक प्रतिनिधि अधिनियम व भारतीय दंड संहिता की धारा 147,186 व 188 के तहत एवं गायत्री प्रजापति पर आइपीसी की धारा 188 व जनप्रतिनिधि अधिनियम की धारा 127 के तहत मामला चल रहा है। जबकि गौरीगंज के सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह पर गैंगेस्टर एक्ट व पूर्व विधायक चंद्रभान सिंह सोनू पर एससी-एसटी एक्ट समेत कई अन्य मामले दर्ज हैं। पूर्व मंत्री जंगबहादुर पर हत्या का मुकदमा चल रहा है।