सोन सुगंधा से समृद्ध होगी आधी आबादी
नारी सशक्तिकरण की दिशा में देश के आकांक्षी जिले में शामिल सोनभद्र के महिला स्वयं सहायता समूहों का दायरा निरंतर बढ़ता जा रहा है। अन्य उत्पादों के बाद अब समूह की महिलाएं अगरबत्ती निर्माण के क्षेत्र में भी उतर आई हैं।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : नारी सशक्तिकरण की दिशा में देश के महत्वाकांक्षी जिलों में शामिल सोनभद्र की महिला स्वयं सहायता समूहों का दायरा निरंतर बढ़ता जा रहा है। अन्य उत्पादों के बाद अब समूह की महिलाएं अगरबत्ती निर्माण के क्षेत्र में भी उतर आई हैं। महिलाओं द्वारा निर्मित अगरबत्ती को सोन सुगंधा के नाम से जल्द ही बाजार में लांच किया जाएगा।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन के उतरोत्तर पहल के बाद आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र के सुदूर अंचलों में रहने वाली महिलाओं की आर्थिक के साथ सामाजिक स्थिति में भी बदलाव दिखाई देने लगा है। अचार, मोरब्बा, पापड़, कपड़ों के बाद समूह की महिलाओं द्वारा अगरबत्ती निर्माण क्षेत्र में भी प्रवेश किया गया है। मिशन द्वारा अगरबत्ती की बकायदा ब्रां¨डग की गई है। सबकुछ यदि योजना के अनुसार चलता रहा तो आठ अक्टूबर को सोन सुगंधा अगरबत्ती को बाजार में लांच किया जाएगा। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। आगामी दिवस मीरजापुर में आयोजित मंडलीय मेले में भी सोन सुगंधा का स्टाल लगाया जाएगा। वर्तमान में 20 समूहों द्वारा अगरबत्ती का निर्माण किया जा रहा है। मशीनों का नहीं हो रहा प्रयोग
राष्ट्रीय आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक एमजी रवि ने बताया कि अगरबत्ती के निर्माण में अभी मशीनों का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। लकड़ी पर मसाला लेप कर इत्र में डूबोने के उपरांत उसे सूखाकर पैक किया जा रहा है। महिलाओं द्वारा 20 हजार पैकेट अगरबत्ती का निर्माण किया जा चुका है। मशीनों का प्रयोग न होने से लागत भी कम आ रही है। मांग बढ़ने पर मशीनों का प्रयोग शुरू किया जाएगा।