ग्रामीणों की पेयजल समस्या का पाइप लाइन से निजात
आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र में पेयजल समस्याओं से जूझ रहे ग्रामीणों को जल्द ही पाइप लाइन के माध्यम से उनके घरों तक शुद्ध पानी पहुंचाया जाएगा। इसके लिए जिले में 14 परियोजनाओं की स्थापना की जाएगी। 2022 तक जनपद के 12
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र में पेयजल समस्याओं से जूझ रहे ग्रामीणों को जल्द ही पाइप लाइन के माध्यम से उनके घरों तक शुद्ध पानी पहुंचाया जाएगा। इसके लिए जिले में 14 परियोजनाओं की स्थापना की जाएगी। 2022 तक जनपद के 1289 गांवों में पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना की स्थापना करने में 2900 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। परियोजना की अवधि 2051 यानि 30 साल की होगी। गांवों में पानी पहुंचाने के लिए 6100 किलो मीटर लंबी पाइप लाइन बिछायी जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरे कार्यकाल के दौरान हर घर नल, हर नल जल योजना के तहत पेयजल समस्याओं से जूझ रहे गांवों में पाइप लाइन के माध्यम से जल पहुंचाने के लिए अपने पहले बजट में प्रस्ताव पास किया था। इसी को लेकर जिले में भी गांवों में पाइप लाइन से घरों तक जल पहुंचाने का काम जल्द ही शुरु हो जाएगा। आदिवासी जिला सोनभद्र में पेयजल की सबसे बड़ी समस्या हैं। यहां हर साल गर्मी के मौसम में पेयजल को लेकर गंभीर समस्या खड़ी हो जाती हैं। टैंकरों के माध्यम से लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया जाता है। सबसे अधिक विकट समस्या तो आदिवासी इलाका रेणुकापार क्षेत्र के लोगों को उठानी पड़ती हैं जहां पर ग्रामीणों को चुआंड़ का गंदा पानी पीकर ही गुजारना पड़ता है। आठ सोन नदियों व छह बांध में कुल 14 परियोजनाओं की स्थापना की जाएगी। 2022 तक परियोजना को पूर्ण कर 1289 घरों तक पाइप लाइन से पानी पहुंचाया जाएगा। कहां-कहां लगाई जाएगी पेयजल परियोजना
पटवध ग्राम समूह पेयजल परियोजना, कदरा ग्राम समूह पेयजल परियोजना, नेवारी ग्राम समूह पेयजल परियोजना, गुरमुरा ग्राम समूह पेयजल परियोजना, केवथा ग्राम समूह पेयजल परियोजना, पनारी ग्राम समूह पेयजल परियोजना, अमवार ग्राम समूह पेयजल परियोजना, तेन्दौही ग्राम समूह पेयजल परियोजना, बेलावाध ग्राम समूह पेयजल परियोजना, नगवां ग्राम समूह पेयजल परियोजना, हर्रा ग्राम समूह पेयजल परियोजना, पटवध सेकेंड ग्राम समूह पेयजल परियोजना, बेलही ग्राम समूह पेयजल परियोजना, झीलो ग्राम समूह पेयजल परियोजना लगेगी। इस परियोजनाओं से 1289 गांवों में पाइप लाइन से पानी पहुंचाया जाएगा। नदी व बांध में लगेंगी परियोजना
धंधरौल बांध में एक, कनहर बांध में एक, नगवां बांध में दो, रिहंद बांध में दो, रिहंद नदी में तीन व सोन नदी में पांच परियोजनाएं लगाई जाएंगी। परियोजनाएं लगने से गांवों में पेयजल समस्याओं से निजात मिल सकेगी। ग्रामीणों को पीने के लिए शुद्ध पानी मिलने लगेगा। इतनी दूर में फैलाई जाएगी पाइप लाइन
आठ नदी व छह बांधों में परियोजना बैठाने के लिए 570 किलो मीटर पाइप लाइन बैठाई जाएगी। इसके अलावा गांवों में पानी पहुंचाने के लिए 6100 किलो मीटर लंबी पाइप लाइन बिछायी जाएगी। इसके माध्यम से घरों तक पानी पहुंचाया जाएगा। योजना में आने वाले गांव धंधरौल बांध - 238 गांव
कनहर बांध - 60 गांव
नगवां बांध - 121 गांव
रिहंद बांध - 187 गांव
रिहंद नदी - 30 गांव
सोन नदी से 653 गांवों में पानी पहुंचाया जाएगा। --------------------
बोले अधिकारी
भागीरथी कार्यक्रम के तहत पेयजल समस्या से जूझ रहे गांवों में 14 परियोजनाओं को बैठाकर पाइप लाइन से पानी पहुंचाया जाएगा। जनवरी में टेंडर कराने के बाद कार्य शुरु हो जाएगा। 2022 तक सभी घरों में नल से पानी पहुंचाने का लक्ष्य शासन स्तर से रखा गया है।
- फणीन्द्र राय, एक्सईएन जल निगम।