स्कूल में अव्यवस्था देख ग्रामीणों का प्रदर्शन
प्राथमिक शिक्षा को दुरूस्त करने के लिए सरकार चाहे जितना भी जतन कर ले लेकिन हकीकत कुछ और ही है। बभनी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय दरनखाड़ में व्याप्त अव्यवस्थाओं के खिलाफ सोमवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। कहा कि यहां शिक्षकों की भारी कमी के कारण गुणवत्तायुक्त शिक्षा बच्चों को नहीं मिल रही है। इस समस्या को शीघ्र दूर किया जाना चाहिए।
जागरण संवाददाता, बभनी (सोनभद्र): प्राथमिक शिक्षा को दुरुस्त करने के लिए सरकार चाहे जितना भी जतन कर ले लेकिन हकीकत कुछ और ही है। बभनी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय दरनखाड़ में व्याप्त अव्यवस्थाओं के खिलाफ सोमवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। कहा कि यहां शिक्षकों की भारी कमी के कारण गुणवत्तायुक्त शिक्षा बच्चों को नहीं मिल रही है। इस समस्या को शीघ्र दूर किया जाना चाहिए।
युवा नेता सुरेश विश्वकर्मा के नेतृत्व में प्राथमिक विद्यालय दरनखाड़ पहुंचे अभिभावक अमित कुमार, हीरालाल, राज गोठन, अशर्फी लाल, इंद्रजीत, रवि, कमलेश ने आरोप लगाया कि विद्यालय में मानक के अनुसार न शिक्षक की तैनाती नही हुई है और न ही कोई और व्यवस्था है। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। विद्यालय में गंदगी का अंबार है। समूचे विद्यालय परिसर में घास फूस सहित जंगल की तरह पौधे हो गए हैं। विद्यालय का फर्श, खिड़की, दरवाजा जर्जर हो चुका है। सरकार द्वारा विद्यालयों का युद्ध स्तर पर कायाकल्प किया जा रहा है। टाइल्स, रंग-रोगन सहित निजी स्कूलों की तर्ज पर काया कल्प सरकार की प्राथमिकता में है। लेकिन, प्राथमिक विद्यालय दरनखाड़ के परिसर में गंदगी झाड़ी को देखकर सहज अंदाज लगाया जा सकता है कि अन्य स्कूलों का हाल क्या होगा। 122 छात्रों पर महज एक अध्यापक
ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में महज एक शिक्षक की तैनाती की गई है। जबकि 122 बच्चों का नामांकन हुआ है। बच्चों की उपस्थिति भी विद्यालय में अच्छी रहती है लेकिन शिक्षा विभाग के उदासीन रवैये के कारण हमारे बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। यहीं हाल रहा तो हमलोग अपने बच्चों का दाखिला निजी स्कूल में कराना पड़ेगा।