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ब्लास्टिग से दहले सुंदरी गांव के विस्थापित

कनहर सिचाई परियोजना के डूब क्षेत्र में आबाद सुंदरी गांव बुधवार को ब्लास्टिग से दहल गया। कई घरों की दीवारें दरक गई तो पत्थर के टुकड़े दूर-दूर तक बिखर गए। हालांकि किसी तरह की जन हानि की बात सामने नहीं आई। विस्थापितों ने परियोजना के मुख्य अभियंता हर प्रसाद को घटना से अवगत कराया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Feb 2021 09:56 PM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 09:56 PM (IST)
ब्लास्टिग से दहले सुंदरी गांव के विस्थापित
ब्लास्टिग से दहले सुंदरी गांव के विस्थापित

जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : कनहर सिचाई परियोजना के डूब क्षेत्र में आबाद सुंदरी गांव बुधवार को ब्लास्टिग से दहल गया। कई घरों की दीवारें दरक गई तो पत्थर के टुकड़े दूर-दूर तक बिखर गए। हालांकि किसी तरह की जन हानि की बात सामने नहीं आई। विस्थापितों ने परियोजना के मुख्य अभियंता हर प्रसाद को घटना से अवगत कराया। उन्होंने विस्थापितों को आश्वस्त किया कि कार्यदायी संस्था को कंट्रोल ब्लास्टिग के लिए निर्देशित किया जाएगा।

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मंगलवार को निर्धारित अवधि में तय मानकों के बाद जैसे ही सुंदरी पहाड़ी के एक छोर पर ब्लास्टिग हुई, उसके कुछ ही देर बाद लोगों के फोन घनघनाने लगे। पत्थर के कई बड़े टुकड़े आबादी के इर्द-गिर्द छिटककर जा गिरे। कुछ कच्चे घरों की दीवारें दरक गई। इससे भयभीत विस्थापित एक-दूसरे का कुशलक्षेम लेने में जुट गए। इस बीच विस्थापितों का एक दल परियोजना के गेस्ट हाउस में बैठक ले रहे मुख्य अभियंता से मिला और पूरे प्रकरण को अवगत कराते हुए कम क्षमता का ब्लास्ट कराने व उनकी लंबित समस्याओं के निस्तारण की बात कही। रिस्क जोन को खाली नहीं कर रहे विस्थापित

कनहर परियोजना खंड तीन के अधिशासी अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि सुंदरी पहाड़ी पर ब्लास्टिग शुरू होने के पूर्व ही उसके इर्द-गिर्द आबाद विस्थापित परिवारों को छह साल पहले ही विस्थापन पैकेज के साथ आवासीय भूखंड दिया जा चुका है, इसके बावजूद लोग रिस्क जोन को खाली नहीं कर रहे है। इससे परियोजना निर्माण में विलंब होने के साथ ही जान-माल का खतरा बना रहता है। इसको लेकर कई बार प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा चिह्नित लोगों को नोटिस के साथ व्यक्तिगत रूप से भी कई बार अपील किया जा चुका है। तय मानकों के साथ किया जाता है कंट्रोल ब्लास्ट

परियोजना के निर्माणदायी संस्था के ब्लास्टिग प्रभारी सुब्बाराव ने बताया कि नियमित रूप से होने वाले ब्लास्टिग के लिए एक से दो बजे दोपहर का समय निर्धारित है। तय अवधि में ब्लास्टिग के पांच सौ मीटर एरिया को पूरी तरह से खाली कराने के बाद ही ब्लास्टिग की जाती है। इस अवधि में दर्जनों कर्मी मोबाइल कांफ्रेस से जुड़े रहते हैं। जो ब्लास्ट अवधि में इर्द गिर्द खाली पड़े घरों के सदस्यों को लेकर सुरक्षित स्थान पर चले जाते हैं। विस्थापितों को हटाने के बाद ही हो ब्लास्टिग : कांग्रेस

कांग्रेस पार्टी के राहुल-प्रियंका बिग्रेड सेना के जिलाध्यक्ष बीके मिश्रा ने बुधवार को कहा कि मंगलवार को कनहर डूब क्षेत्र के सुंदरी गांव के समीप पहाड़ी पर हुए ब्लास्टिग पर नाराजगी जाहिर की। कहा कि पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों के साथ एसडीएम व सीओ से मुलाकात कर दोषी जनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने एवं जब तक विस्थापित घर नहीं खाली कर देते तब तक नियम विरुद्ध ब्लास्टिग को रोकने की मांग करेगा।


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