ओबरा की दो इकाई बंद, उत्पादन 300 मेगावाट घटा
जागरण संवाददाता ओबरा (सोनभद्र) ओबरा तापीय परियोजना की 200 मेगावाट वाली दो इकाई बुधवार
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : ओबरा तापीय परियोजना की 200 मेगावाट वाली दो इकाई बुधवार बंद हो गई। दोनों के बंद होने से परियोजना के उत्पादन में 300 मेगावाट से ज्यादा की कमी आई है। इस स्थिति में विद्युत संकट से संतुलन बनाने के लिए यूपी स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर को वैकल्पिक प्रयास करने पड़े।
परियोजना के ब तापघर की 200 मेगावाट वाली 12वीं इकाई तकनीकी कारणों से सुबह छह बजकर 12 मिनट पर तथा नौवीं इकाई सुबह छह बजकर 28 मिनट पर बॉयलर ट्यूब लीकेज के कारण बंद हो गयी। 15 मिनट के अंतराल पर दो इकाइयों के बंद होने से परियोजना में हलचल मच गई। काफी मेहनत के बाद दोपहर करीब सवा एक बजे यानी सात घंटे बाद परियोजना प्रशासन ने 12 वीं इकाई को लाइअप यानी चालू कर दिया। हालांकि उत्पादन रात तक शुरू होने की उम्मीद जतायी गई। उधर नौवीं इकाई को चालू होने में तीन दिन का समय लग सकता है क्योंकि बॉयलर का तापमान कम होने में काफी घंटे लगते हैं। जिसके बाद ही लीकेज को बंद किया जा सकेगा। समाचार लिखे जाने तक चालू 200 मेगावाट वाली दसवीं इकाई से 121 मेगावाट तथा 11वीं इकाई से 124 मेगावाट उत्पादन हो रहा था।
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बिजली की मांग में कमी
बुधवार को बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कई हिस्सों में पुन: मानसून की सक्रियता के कारण बिजली की मांग में कमी आयी है। मंगलवार पीक ऑवर यानी महत्वपूर्ण समय के दौरान अधिकतम प्रतिबंधित मांग 21916 मेगावाट दर्ज की गई। गत 24 घंटे में मांग में दो हजार मेगावाट के करीब कमी आई है। मांग में कमी के कारण कई इकाइयों से उत्पादन कम कराया गया है। बुधवार शाम पांच बजे बिजली की मांग 13 हजार मेगावाट दर्ज हुई। यह मंगलवार के सापेक्ष एक हजार मेगावाट कम रही। माना जा रहा है कि मानसून की सक्रियता बनी रही तो मांग में और कमी आ सकती है। शाम तक उत्पादन निगम की इकाइयों से 2630 मेगावाट तथा निजी इकाइयों से 4508 मेगावाट उत्पादन हो रहा था।