दिनभर थर्मल बै¨कग, शाम को पूरी क्षमता से उत्पादन
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र): दिनभर हुई तकरीबन 1000 मेगावाट की थर्मल बै¨कग के बाद सोमवार की शाम को सभी परियोजनाओं से पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू कर लिया गया।
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र): दिनभर हुई तकरीबन 1000 मेगावाट की थर्मल बै¨कग के बाद सोमवार की शाम को सभी परियोजनाओं से पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू कर लिया गया। मौसम के पलपल बदलते तेवर ने बिजली की मांग में भी अस्थिरता ला दी है। एक ही दिन में कई बार बिजली की मांग का आंकड़ा 12000 मेगावाट से लेकर 18000 मेगावाट तक पहुंच रहा है, जिसे लेकर उत्पादन निगम को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
सोमवार को दोपहर तक बिजली की मांग का आंकड़ा जहां 12000 मेगावाट के आसपास घूम रहा था, वहीं शाम पांच बजे के आसपास बिजली की मांग 16000 के करीब पहुंच गई। जिसे पूरा करने के लिए निगम को अपनी सभी परियोजनाओं को पूरी क्षमता से चलवाना पड़ा। सोमवार को शाम पांच बजे अनपरा की चारों इकाइयों से करीब 3400 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा था। वहीं निगम की अन्य परियोजनाओं से भी क्षमता के अनुरूप उत्पादन हो रहा था। अनपरा ए से 490 मेगावाट, अनपरा बी से 880 मेगावाट, अनपरा डी से 970 मेगावाट और अनपरा सी लैंको से 1110 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा था। वहीं हरदुआगंज से 220, ओबरा से 490 और पारीछा से 570 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा था। प्राइवेट सेक्टर के उत्पादनकर्ताओं की बात करें तो अलकनंदा से 230, बारा से 790, बीईपीएल से 250, एलपीजीसीएल से 670, रोसा से 300, टांडा से 180 और वीपीआरजी से 350 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा था। वहीं लगभग हर रोज नियमित रूप से हो रही थर्मल बै¨कग से मशीनों को नुकसान होना तय है। और तो और एक ही दिन में कई बार उत्पादन घटाने और बढ़ाने का भी मशीनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।