वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग के एक लेन पर लगा तीन किमी लंबा जाम
जागरण संवाददाता गुरमा (सोनभद्र) ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाने का शासन का फरमान जिले
जागरण संवाददाता, गुरमा (सोनभद्र) : ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाने का शासन का फरमान जिले में दम तोड़ रहा है। मंगलवार को मीरजापुर में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए सोमवार की रात से ही जिले से गुजरने वाले सभी ओवरलोड ट्रकों को मारकुंडी के पास ही रोक दिया गया। इससे वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग के एक लेन पर तीन किमी लंबा जाम लग गया। इसके कारण यात्री वाहनों को एक लेन से ही आना व जाना पड़ा। इस दौरान कई बार जाम की स्थिति भी बनी रही।
विदित हो कि जनपद से खनिज संपदा लेकर गुजरने वाले ट्रक लोढ़ी स्थित टोल बैरियर से होकर जाती है। यहां पर ही खनन विभाग ने अपना बैरियर लगाया हुआ है, जहां पर ट्रकों की परमिट की जांच होती है। सामान्य दिनों में ओवरलोड ट्रकों को बिना किसी रोकटोक के सुविधा शुल्क लेकर छोड़ दिया जाता है, लेकिन मंगलवार को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए सोमवार की रात के बाद से ही ऐसे वाहनों को रोक दिया गया। जिसके कारण धीरे-धीरे सड़कों पर ट्रकों का रेला बढ़ता गया। नतीजा यह रहा कि लोढ़ी से लेकर गुरमा तक वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग का एक लेन पूरी तरह से ट्रकों से पट गया। इस बाबत एआरटीओ प्रर्वतन पीएस राय ने बताया कि जिले में ओवरलोड वाहनों का संचालन नहीं होने दिया जाएगा। जो भी मानक से अधिक लोडिग करके जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। खनन विभाग की दोहरी नीति बनी समस्या
खनन विभाग के दोहरी नीति से बालू व गिट्टी लेकर चलने वाले ट्रकों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। सीएम के कार्यक्रम को देखते हुए जहां प्रशासनिक टीम सक्रिय हुई तो ओवरलोड वाहनों का संचालन करने वाले वाहन स्वामियों ने अपने वाहन को चोपन, डाला, पटवध से लेकर मारकुंडी समेत जगह जगह खड़ा कर दिया। जिसके कारण राज्यमार्ग पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। ट्रक चालकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि खनन बैरियर पर जाने पर उन लोगों का उत्पीड़न किया जाता है। मनमाने ढंग से उनसे पैसे की मांग की जाती है। विरोध करने पर गाड़ी को खड़ा करा लिया जाता है।