पिपरी नपं नहीं चेता तो हजारों लोग रहेंगे प्यासे
पिपरी पेयजल परियोजना का बिजली बिल बकाया होने से जल्द ही इसके संचालन पर ग्रहण लग सकता है। इसके कारण पिपरी नगर पंचायत के हजारों लोगों के सामने पेयजल आपूर्ति का संकट पैदा हो जाएगा। जल विद्युत निगम ने बकाया जमा करने को लेकर कई बार पिपरी नपं को नोटिस भी दिया। बावजूद बकाया को जमा नहीं किया जा सका। जिसके बाद एक्सईएन ने एडीएम को पत्र लिखकर बकाये राशि की भुगतान के लिए विधिक कार्रवाई की अनुमति मांगी है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : पिपरी पेयजल परियोजना का बिजली बिल बकाया होने से जल्द ही इसके संचालन पर ग्रहण लग सकता है। इसके कारण पिपरी नगर पंचायत के हजारों लोगों के सामने पेयजल आपूर्ति का संकट पैदा हो जाएगा। जल विद्युत निगम ने बकाया जमा करने को लेकर कई बार पिपरी नपं को नोटिस भी दिया। बावजूद बकाया को जमा नहीं किया जा सका। जिसके बाद एक्सईएन ने एडीएम को पत्र लिखकर बकाये राशि की भुगतान के लिए विधिक कार्रवाई की अनुमति मांगी है। इसके बावजूद अभी तक बकाया जमा नहीं हो सका है।
पिपरी पेयजल परियोजना से नगर पंचायत के करीब 16 हजार लोगों को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। इसके लिए नपं में 1300 लोगों ने कनेक्शन लिया है। पिपरी पेयजल परियोजना के संचालन के लिए विद्युत आपूर्ति के निमित्त उप्र जल विद्युत निगम लिमिटेड एवं जल निगम के बीच अनुबंध था। जिसकी अवधि एक मई 2015 को समाप्त हो गई है। अनुबंध के नवीनीकरण के लिए जल विद्युत निगम ने अधिशासी अभियंता निर्माण खंड उप्र जल निगम को अनेकों बार पत्र भी लिखा। इसके बाद एक्सईएन उप्र जल निगम ने अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत पिपरी को प्रेषित कर कहा कि पेयजल परियोजना पिपरी नगर पंचायत की तरफ से उपभोग की जा रही है। इसलिए बिजली बिल का बकाया तथा अनुबंध का नवीनीकरण किया जाय। लेकिन, चार साल बीतने के बाद भी परियोजना को नवीनीकरण नहीं किया गया। उप्र जल विद्युत निगम ने कई बार पिपरी नगर पंचायत को बिजली बिल का बकाया जमाये कराये जाने को लेकर नोटिस भेजा। इसके बावजूद बिजली का बिल जमा नहीं हो सका। जल विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता ने अपर जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अक्टूबर माह तक बकाया 4,31,34,945 रुपये बकाये राशि के भुगतान के लिए विधिक कार्रवाई की अनुमति मांगी है। लेकिन, उसके बाद भी बिजली का बिल जमा नहीं सका है। एक नजर आंकड़े में
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पिपरी नगर पंचायत की कुल आबादी -16,000
कनेक्श लेने वालों की संख्या - 1300
वार्ड की संख्या -12
------------------ वर्जन
उप्र जल निगम ने पेयजल परियोजना के लिए 2010 में कनेक्शन लिया था। इसका अनुबंध 2015 में समाप्त हो गया। इसके बाद जल निगम ने नगर पंचायत पिपरी को पत्र लिखकर नपं के नाम रिनुअल कराने के लिए कहा था। बिजली बिल बकाये को जमा कराने के लिए कई बार नोटिस भेजी गई लेकिन, बकाया को जमा नहीं किया गया।
-संजय कुमार वर्मा, अधिशासी अभियंता, जल विद्युत निगम।
------------------------------------------------- बिजली बिल जमा कराने के लिए शासन को पत्र लिखा जाता है। मेरे द्वारा कई बार पत्र भी लिखा गया है। अभी तक पेयजल परियोजना को रिनुअल क्यों नहीं किया गया इसके बारे में हमे जानकारी नहीं है। हमको अभी एक महीने पहले ही पिपरी नपं का चार्ज मिला है।
-भरत सिंह, प्रभारी अधिशासी अधिकारी, पिपरी नगर पंचायत।
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