प्रदेश में सात हजार चिकित्सकों की कमी
जागरण संवाददाता सोनभद्र प्रदेश में सात हजार चिकित्सकों की कमी है। जिसकी वजह से जनपद में वर्षों पहले बनकर तैयार ट्रामा सेंटर व बर्न यूनिट को चालू नहीं किया जा सका है। डाक्टरों की कमी पूरा करने पर मंथन चल रहा है। यब बातें बुधवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कैबिनेट मंत्री जय प्रताप
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : प्रदेश में सात हजार चिकित्सकों की कमी है, जिसकी वजह से जनपद में वर्षों पहले बनकर तैयार ट्रामा सेंटर व बर्न यूनिट को चालू नहीं किया जा सका है। डाक्टरों की कमी पूरा करने पर मंथन चल रहा है। यह बातें बुधवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कैबिनेट मंत्री जय प्रताप सिंह ने राबर्ट्सगंज स्थित लोक निर्माण विभाग अतिथि गृह में संक्षिप्त वार्ता के दौरान कही।
कैबिनेट मंत्री श्री सिंह बुधवार को शाहगंज स्थित राजपुर में एक तिलक समारोह में शामिल होने के बाद अतिथि गृह पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जनपद में फ्लोराइड की समस्या की जानकारी उन्हें नहीं थी, अब जब जानकारी हो गई है तो एक दिन बाद ही विभागीय अधिकारियों से वार्ता कर पानी में फ्लोराइड की अधिकता जैसी समस्या पर ठोस रणनीति बनाई जाएगी। राबर्ट्सगंज के लोढ़ी स्थित संयुक्त चिकित्सालय परिसर में बने ट्रामा सेंटर व बर्न यूनिट का संचालन न होने के सवाल पर बताया कि प्रदेश में सात हजार चिकित्सकों की कमी है। लोक सेवा आयोग से प्रदेश को दो सौ चिकित्सक मिले हैं। यह तैनाती ऊंट के मुंह में जीरा की तरह है। बर्न यूनिट के लिए प्लास्टिक सर्जरी के चिकित्सक ही नहीं मिल रहे हैं। चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए मंथन चल रहा है ताकि लोगों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की व्यवस्था मिल सके। उन्होंने अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह व मुख्य चिकित्साधिकारी डा. शशिकांत उपाध्याय से ट्रामा सेंटर व बर्न यूनिट से संबंधित पूछताछ भी किया।