अनपरा में गंदगी से बेजार हुआ बाजार, परेशानी
जागरण संवाददाता अनपरा (सोनभद्र) अनपरा बाजार में व्याप्त गंदगी से लोग परेशान हैं। नियमित सफा
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : अनपरा बाजार में व्याप्त गंदगी से लोग परेशान हैं। नियमित सफाई नहीं होने से उस मार्ग से गुजरना काफी मुश्किल हो गया है। बाजार के दुकानदार भी गंदगी से आजिज आ गए हैं। अनपरा बाजार क्षेत्र का सबसे बड़ा मार्केट है। औद्योगिक कालोनियों समेत ग्रामीण इलाके एवं भाठ क्षेत्रों के लोग खाद्य सामग्री समेत अन्य घरेलु सामानों की खरीदारी अनपरा बाजार से ही करते हैं। बाजार में आने वाले प्रमुख दोनों संपर्क मार्ग के प्रवेश द्वार पर ही गंदगी का अंबार लगा रहता है। वहां से निकल रही दुर्गंध से लोग बाजार आना नहीं चाहते हैं।
रेणुसागर से बाजार आने वाले मार्ग पर कूड़ादान भी निर्मित कराया गया है, लेकिन लोग कूड़ेदान का उपयोग न कर सड़क पर ही कूड़े फेंक देते हैं। जहां पर जानवर भी डेरा जमाए रहते हैं। काशीमोड़ से अनपरा जाने वाले मार्ग का भी यही हाल है। अनपरा बाजार ग्राम पंचायत परासी एवं ग्राम पंचायत अनपरा के तहत आता है। दो पंचायतों के बीच उलझा बाजार शुरू से ही सफाई को लेकर जुझता आ रहा है। अब तो 30 सितंबर से दोनों ग्राम पंचायत का अस्तित्व भी समाप्त हो गया है। दोनों ग्राम पंचायतें अनपरा नगर पंचायत में शामिल हो गई है। अब बाजार के रहवासी सफाई कराने की गुहार किससे लगाएं।
क्या कहते हैं ग्रामीण
बाजार में कूड़ा निस्तारण की कोई व्यवस्था नही है। जिससे लोग खाली जगह पर कूड़ा फेंक देते हैं। सफाई के प्रति आम नागरिकों समेत जन प्रतिनिधियों की उदासीनता शुरू से कायम रही है। यहीं वजह है कि बाजार गंदगी से कभी मुक्त नही हो पाया।
-दीपू दीक्षित।
---------
बाजार में सफाई की उचित व्यवस्था नहीं होने से गंदगी फैली है। बाजार के रहवासियों व दुकानदारों को सफाई के लिए स्वयं आगे आना होगा। दोषारोपण की बजाय बुधवार को साप्ताहिक बंदी के दिन सभी लोग सफाई के प्रति पहल करें तो कुछ राहत मिल सकती है।
-जितेन्द्र यादव।
------
डिवाइडर एवं पटरियों पर आसपास के रहवासी ही कूड़ा डालते हैं। जिससे ग्राहकों को वाहन पार्किंग समेत गंदगी से जुझना पड़ता है। कूड़े के अंबार से विभिन्न संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है।
-प्रशांत पाण्डेय।
---------
अनपरा बाजार शुरू से ही गंदगी का दंश झेलते आ रहा है। संबंधित विभाग गंदगी से निजात दिलाने के लिए कोई पहल नहीं करता है। परियोजनाएं व ग्राम पंचायतें सफाई के नाम पर केवल औपचारिकताएं निभाई है। अब नगर पंचायत बनने से शायद आगामी दिनों में बाजार के रहवासियों को गंदगी से निजाते मिल सकेगी।
-रविन्द्र सिंह।