सोनभद्र के कनहर सिंचाई परियोजना के साढ़े चार सौ और विस्थापितों का पट्टा तैयार
सोनभद्र के कनहर सिंचाई परियोजना के विस्थापितों के लिए गुरुवार को साढ़े चार सौ आवासीय भूमि के प्रमाण पत्र (पट्टा) पर उपजिलाधिकारी शैलेंद्र मिश्रा ने जारी कर दिया। अब संबंधितों के वितरण की कार्रवाई शुक्रवार से शुरू हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : कनहर सिंचाई परियोजना के विस्थापितों के लिए गुरुवार को साढ़े चार सौ आवासीय भूमि के प्रमाण पत्र (पट्टा) पर उपजिलाधिकारी शैलेंद्र मिश्रा ने जारी कर दिया। अब संबंधितों के वितरण की कार्रवाई शुक्रवार से शुरू हो जाएगी। इसके पूर्व 2345 लोगों को दिया जा चुका है। इस प्रकार से प्रथम एवं द्वितीय चक्र में चिह्नित कुल 3839 में से 2795 विस्थापितों को इसका लाभ मिल जाएगा। जबकि चिह्नित विस्थापितों में से करीब चार सौ से अधिक लोग मृत हो चुके हैं।
1016 विस्थापित परिवार के डूब क्षेत्र में आबाद वर्तमान परिवारों को विस्थापन कराना है
कनहर सिंचाई परियोजना जैसे-जैसे अपने मूल रूप की ओर आ रही है। वैसे वैसे विस्थापितों की समस्याओं का भी निस्तारण अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हो रही है। इसमें सबसे बड़ी चुनौती अस्सी के दशक में मुआवजा ले चुके 1016 विस्थापित परिवार के डूब क्षेत्र में आबाद वर्तमान परिवारों को विस्थापन कराना है। करीब तीन दशक के लंबे संघर्ष के बाद 2012 में प्रशासन एवं विस्थापितों के बीच बातचीत का माहौल तैयार हुआ।
उसमें तय हुआ कि 70-80 के दशक में मुआवजा ले चुके विस्थापितों के वर्तमान में मौजूद तीन पीढ़ी के लोगों को विस्थापन पैकेज के साथ बुनियादी सुविधाओं से परिपूर्ण आवासीय प्लाट दिए जाएंगे। कई चक्र के वार्ता के बाद इस पर शासन की मंजूरी भी मिल गई।
2013-14 एवं 2014-15 में रैपिड सर्वे के जरिए 3819 विस्थापित परिवारों को चिह्नित किया गया। अस्सी के दशक में मुआवजा पाने से वंचित विस्थापितों ने प्रपत्र छह एवं 11 के जरिये दावेदारी ठोकने वालों में से करीब 500 लोगों के दावे को सही पाया गया है।