बेसिक शिक्षा परिषद की किताब में होंगे दीनबंधु त्रिपाठी
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में आमूल-चूल परिवर्तन कर उसके खोए हुए गौरव को पुन प्रतिष्ठित करने के लिए विद्यालय से लेकर निदेशालय तक गंभीर है। प्रदेश के चुनिदा विद्यालयों के शिक्षक जिन्होंने चुनौतियों को स्वीकार कर अपने परिश्रम व निजी संसाधनों से अधिगम भौतिक परिवेश नामांकन व गुणवत्ता सीखने-सिखाने की विधियों में सफलता के मानक लिखे हैं उन गुरूजनों की गौरव गाथा अब बेसिक शिक्षा परिषद की ओर स प्रकाशित होने वाले पुस्तक से सामने लायी जाएगी।
जासं, घोरावल(सोनभद्र) : बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में आमूल-चूल परिवर्तन कर उसके खोए हुए गौरव को पुन: प्रतिष्ठित करने के लिए विद्यालय से लेकर निदेशालय तक गंभीर है। प्रदेश के चुनिदा विद्यालयों के शिक्षक जिन्होंने चुनौतियों को स्वीकार कर अपने परिश्रम व निजी संसाधनों से अधिगम, भौतिक परिवेश, नामांकन व गुणवत्ता, सीखने-सिखाने की विधियों में सफलता के मानक लिखे हैं, उन गुरुजनों की गौरव गाथा अब बेसिक शिक्षा परिषद की ओर प्रकाशित होने वाले पुस्तक से सामने लायी जाएगी।
परिषदीय स्कूलों में कई शिक्षक ऐसे हैं जो अपने प्रयासों से विद्यालय और शिक्षण व्यवस्था को बेहतर करने में लगे हैं। ऐसे शिक्षकों के प्रयास अन्य के पास पहुंच सके, शिक्षक कुछ नया करने को प्रेरित हों, बेसिक शिक्षा विभाग ने पुस्तक प्रकाशित करने का निर्णय लिया है। इसमें जनपद के नवाचारी शिक्षक दीनबंधु त्रिपाठी सहायक अध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय विसुंधरी घोरावल जिनकी गणित प्रयोगशाला प्रदेश में चर्चित है। इसका चयन किया गया है। बेसिक शिक्षा निदेशालय के अपर शिक्षा निदेशक ललिता प्रदीप के आये पत्र में इनसे आलेख की मांग की गई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरखनाथ पटेल, खंड शिक्षा अधिकारी उदयचंद्र राय आदि ने प्रसन्नता जाहिर की है।
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