ऐसी सावधानी बरतें जिससे कभी आग लगने ही न पाए
रिहंद परियोजना की केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की अग्निशमन शाखा द्वारा 14 अप्रैल से मनाए जा रहे अग्नि शमन सेवा सप्ताह का समापन शनिवार को परिसर में जवानों के हैरतअंगेज करतब के साथ आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर किया गया।
जासं, अनपरा (सोनभद्र) : रिहंद परियोजना की केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की अग्निशमन शाखा द्वारा 14 अप्रैल से मनाए जा रहे अग्निशमन सेवा सप्ताह का समापन शनिवार को हुआ। इस दौरान परिसर में जवानों के हैरतअंगेज कारनामे के साथ आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। मुख्य अतिथि परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक एके मुखर्जी ने अग्निशमन शाखा के जवानों द्वारा किए गए हैरतअंगेज कारनामों के प्रदर्शन की सराहना की। कहा कि आग बुझाने से बेहतर है कि पहले से ही ऐसी सावधानी बरती जाए, जिससे आग लगने ही न पाए। अग्नि सुरक्षा के नियमों का पालन करके ही हम सभी इस दिशा में पूरी तरह कामयाब हो सकते हैं। उन्होंने सप्ताह के दौरान विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों, परियोजना कर्मियों व कालोनी परिसर की महिलाओं, सीआइएसएफ जवानों व उनके गृहणियों, श्रमिकों आदि के लिए आयोजित प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर उन्हें सम्मानित किया। सहायक समादेष्टा सुशील कुमार ने अग्निशमन शाखा के जवानों की कार्य कुशलता पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। समारोह के दौरान जवानों द्वारा आग लगने के मुख्य चार प्रकार एवं उन्हें बुझाने के तरीकों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शन शाखा के एएसआइ एसएन प्रधान के नेतृत्व में किया गया। संचालन निरीक्षक मनीष कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन सहायक समादेष्टा देवचंद ने किया। इस अवसर पर महाप्रबंधक रंजन कुमार, एम रमेश, वर्तिका महिला मंडल की अध्यक्ष स्वरूपा मुखर्जी, नेहा राय आदि उपस्थित रहीं। बच्चों को आग से बचाव की दी गई जानकारी
सोनभद्र : राबर्ट्सगंज स्थित डीएवी स्कूल में छात्र-छात्राओं को अग्निशमन विभाग द्वारा आग से बचाव की जानकारी दी गई। मुख्य अतिथि मुख्य अग्निशमन अधिकारी धीरेंद्र सिंह यादव ने छात्रों को अग्नि से बचाव आदि के बारे में बताया। कहा कि अगलगी की घटनाएं आएदिन बढ़ती जा रही हैं। घरों में गैस सिलेंडर, अगरबत्ती, बिजली तथा बसों में इंजन आदि से लापरवाही के कारण इस प्रकार की भयावह घटनाएं होती रहती हैं। अत: अत्यंत ही सावधानीपूर्वक इनका प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने इससे होने वाले दुष्परिणाम के बारे में भी बताया। छात्रों को आपातकालीन नंबर एवं आपाकालीन स्थिति से बचाव के तौर-तरीकों पर भी प्रश्नोत्तर के माध्यम से प्रकाश डाला, साथ ही अपने सहकर्मियों के द्वारा सिलेंडर से लगने वाली आग एवं उसके बचाव को भी प्रायोगिक रूप से दिखाया गया। विद्यालय के शिक्षक हरिकेश यादव ने छात्रों को लापरवाही से होने वाली अगलगी के बारे में बताते हुए कहा कि मात्र छोटी सी लापरवाही से न केवल धन-जन की हानि होती है बल्कि एक हंसते-खेलते परिवार का भविष्य भी अंधकारमय हो जाता है। इस मौके पर शिक्षक मीना रानी, प्रदीप शुक्ला, रविद्र भारती, राजेश, अश्वनी, राहुल, मनोज आदि रहे।