सड़क मरम्मत के लिए किया प्रदर्शन
पिछले छह वर्षों बदहाल परास पानी- नींगा मार्ग के मरम्मत की मांग को लेकर गुरुवार को स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। कहा कि अगर जल्द ही इस संपर्क मार्ग का निर्माण नहीं कराया गया तो हम लोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे। चोपन ब्लाक के पनारी ग्राम पंचायत का परासपानी-नींगा मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। जर्जर मार्ग पर आवागमन करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2012 में परासपानी-नींगा मार्ग का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था। करीब सात-आठ माह तक निर्माण कार्य चला, इसके बाद काम बंद हो गया। बताया कि निर्माण
जासं, डाला (सोनभद्र) : बीते छह वर्षों से बदहाल परासपानी- नींगा मार्ग के मरम्मत की मांग को लेकर गुरुवार को स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। कहा कि अगर जल्द ही इस संपर्क मार्ग का निर्माण नहीं कराया गया तो हम लोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
चोपन ब्लाक के पनारी ग्राम पंचायत का परासपानी-नींगा मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। जर्जर मार्ग पर आवागमन करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2012 में परासपानी-नींगा मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। करीब सात-आठ माह तक निर्माण कार्य चला, इसके बाद काम बंद हो गया। बताया कि निर्माण के दौरान वन विभाग ने निर्माण स्थल को वन भूमि बताकर मजदूरों पर मुकदमा लाद दिया था। वन विभाग के आपत्ति के बाद से सड़क का कार्य पूरा नहीं हो सका। तब से लेकर आज तक मार्ग उपेक्षा का दंश झेल रहा है। बताया कि मार्ग पर बड़े-बड़े नुकीले सो¨लग बिखरे हुए हैं। इस पर चलने वालों के पांव छिल जाते हैं और वह लहुलूहान हो जाते हैं। बताया कि छह किमी लंबे मार्ग पर परासपानी के साथ ही रोहिनाडांड, बसनरवा व नींगा गांव आबाद है। इन गांव में रहने वाले लोगों को वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग तक पहुंचने का एक मात्र रास्ता है। कहा कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम लोग व्यापक आंदोलन करने को बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में लल्लू दुबे, रामअधार गुप्ता, लीलावती, चन्द्रावती, सुंदरी, रीना देवी, विधावती, नन्दलाल, सरिता, प्रियंका, अनता देवी, चन्दन, हरिओम, कमला प्रसाद, मोतीलाल, रामकुमार, ¨पटू, दयाराम, गुलाब, श्रीराम आदि रहे।