बाल विवाह पर रोक के लिए बनी रणनीति
सोनभद्र अक्षय तृतीया के दिन शादी का अच्छा समय माना जाता है। इस दिन जिले के विभिन्न इलाके में भी शादियां होती हैं। कई बार बाल-विवाह की भी आशंका रहती है। इस बार कहीं बाल विवाह न कराया जाए कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो इसके लिए बाल संरक्षण समिति व प्रोबेशन विभाग ने कमर कस लिया है। शुक्रवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैठक की गई। इसमें रोक के लिए जरूरी रणनीति तैयार की गई।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : अक्षय तृतीया के दिन शादी का अच्छा समय माना जाता है। इस दिन जिले के विभिन्न इलाके में भी शादियां होती हैं। कई बार बाल-विवाह की भी आशंका रहती है। इस बार कहीं बाल विवाह न कराया जाए, कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो इसके लिए बाल संरक्षण समिति व प्रोबेशन विभाग ने कमर कस ली है। शुक्रवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैठक की गई। इसमें रोक के लिए जरूरी रणनीति तैयार की गई।
प्रोबेशन अधिकारी डा. अमरेंद्र पौत्स्यायन ने कहा कि 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया है। इस दिन बाल विवाह कहीं भी न हो इसके लिए पूरी टीम लगा दी गई है। यह तय हुआ है कि महिला शक्ति केंद्र के महिला कल्याण अधिकारी एवं समन्वयक व जिला बाल संरक्षण इकाई के समस्त कार्मिकों को जरूरी जरूरी निर्देश समय-समय पर दिया जाता रहे। उस दिन भी अधिकारी लगातार इनसे संपर्क में रहेंगे। ब्लाक से लेकर ग्राम पंचायत के अधिकारियों को सूचित किया गया है कि कहीं भी बाल विवाह न हो। इसपर नजर रखी जाए। कहीं भी किसी तरह की सूचना मिलने पर तत्काल थाने को व बाल कल्याण समिति को सूचित किया जाएगा। बैठक में महिला कल्याण अधिकारी नीतू यति, जिला समन्वयक सीमा द्विवेदी, साधना मिश्रा, बाल संरक्षण इकाई के शेषमणि दुबे, रोमी पाठक, वीणा राव, प्रत्यक्ष पांडेय आदि मौजूद थे।