आंधी-बारिश ने मचायी तबाही, 20 हजार आबादी अंधेरे में
जिले में रविवार की दोपहर व रात में आई तेज आंधी व बारिश ने जमकर तबाही मचाई। कई स्थानों पर पेड़ गिरे तो कहीं बिजली के पोल धाराशायी होने से 20 हजार की आबादी को अंधेरे में ही रात बितानी पड़ी। आंधी के चलते
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले में रविवार की दोपहर व रात में आई तेज आंधी व बारिश ने जमकर तबाही मचाई। कई स्थानों पर पेड़ गिरे तो कहीं बिजली के पोल धरासायी होने से 20 हजार की आबादी को अंधेरे में ही रात बितानी पड़ी। आंधी के चलते 85 पोल टूटकर गिर गए। जिसे 24 घंटे बीतने के बाद भी दुरूस्त नहीं कराया जा सका। बीच सड़क पर पेड़ गिरने से कई स्थानों पर घंटों आवागमन बाधित रहा। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बिजली विभाग को भी लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
रविवार की दोपहर व रात में तेज आंधी और बारिश से शहर और ग्रामीण क्षेत्र में बिजली के करीब 85 पोल टूट कर गिर गए। पोल टूटने से करीब दो दर्जन गांवों के 20 हजार लोगों को अंधेरे में रहना पड़ा। बिजली विभाग की तरफ से अभी तक आपूर्ति बहाल नहीं की जा सकी है।
वैनी : विकास खंड नगवां में रविवार की देर रात आई आंधी-पानी ने खूब तबाही मचाई। धूल भरी आंधी से कई घरों के टीनशेड, छप्पर, विद्युत पोल, होल्डिग बैनर सहित दर्जनों पेड़ उखड़ गए। इससे क्षेत्र के वैनी, पवनी, कन्हौरा, सेमरिया, बिजवार, सोहदवल, चकया, देवरी, दुबेपुर, कम्हरिया, डोरिया, रामपुर आदि गावों में बहुत नुकसान हुआ है। बिजवार गांव के गुलाम कादिर रविवार देर रात अपने घर में बीवी बच्चों के साथ सोए हुए थे इसी बीच तेज आंधी आने से घर पर छाया हुआ टिन शेड गिर गया। परिवार के लोग दूसरे के यहां आश्रय लिए हुए हैं। इसी तरह डीबा गांव में जोधा की भैंस देवरी बांध के किनारे आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। क्षेत्र में कई विद्युत पोल गिर गए जिससे पूरे क्षेत्र कि बिजली 24 घंटे बाद भी बहाल नहीं हो सकी है।
करमा : क्षेत्र में आई आंधी से कई जगहों पर पेड़ गिरने से बिजली के तार व पोल टूट गए। इसके चलते दो दर्जन से अधिक गांवों की 24 घंटे से बिजली आपूर्ति ठप है। इसके कारण पेयजल समूह योजना से पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है।
डाला : आंधी-बारिश से उप केंद्र डाला से विभिन्न क्षेत्रों को जाने वाली पुरी लाइन को रात 10 बजे बंद कर दिया गया था। सोमवार की सुबह एक फीडर को आठ बजे व अन्य फीडरों को बारी-बारी से चालू किया गया।
दुद्धी : पिपरी-दुद्धी मेन लाइन में फाल्ट आने की वजह से समूचे इलाके की आपूर्ति बाधित हो गई है। दोपहर बाद मेन लाइन की आपूर्ति तो बहाल हो गई, लेकिन ग्यारह हजार एवं एलटी लाइन में खामी को दुरुस्त करने में कर्मी लगे हुए थे।
ओबरा : ओबरा में 33 केवी डाला-ओबरा लाइन पर रात में आधा दर्जन से ज्यादा पेड़ गिरने से बिजली गुल हो गई। रातभर के प्रयास से सुबह क्षतिग्रस्त लाइन को बहाल कर दिया गया।
रामगढ़ : चतरा ब्लाक के पुरना कला, सहनपुर, चरकोनवां, रेटी कला व खुर्द, बनौरा, मंगरहथा, बिसुनपुरवा गांव में पोल टूटकर गिर गया और विक्रमपुर में पोल सहित ट्रासफार्मर भी गिर गया। इससे लोगों को अंधेरे में ही रात बितानी पड़ी। आंधी से चरमराई विद्युत व्यवस्था
जासं अनपरा (सोनभद्र): रविवार की रात आंधी-पानी से क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था चरमरा गई। आंधी के चलते 132 केवी बांसी विद्युत उपकेंद्र से आपूर्ति बंद हो गई। इससे क्षेत्र के सभी ग्रामीण इलाके एवं बीना, कृष्णशिला, ककरी, खड़िया, आइडब्लूएसएस कोल परियोजनाओं में विद्युत सेवा ठप हो गई। रात के 11 बजकर 41 मिनट पर चार्ज कर विद्युत सेवा चालू की गई। इससे परियोजनाओं का काम शुरू हुआ। लेकिन कई जगहों पर फाल्ट आ जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली ठप रही। अनपरा कालोनी गेट से बाजार जाने वाले मार्ग पर डिबुलगंज 32 केवी तार पर पेड़ गिर जाने से इससे जुड़े तमाम ग्राम व भाठ क्षेत्र के दर्जनों टोलों में बिजली ठप रही। जिसे सोमवार की अपरान्ह चालू किया गया। आंधी के ही वजह से खड़िया 33 केवी लाइन में बीना सीजीएम आफिस के समीप पोल से लगा उपकरण खराब हो गया। इससे बीना से शक्तिनगर के बीच दर्जनों टोलों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। विद्युत कर्मियों ने अनुरक्षण कर सोमवार को 11 बजे विद्युत सेवा बहाल की।
शक्तिनगर : स्थानीय क्षेत्र में आंधी-बारिश से लोग परेशान हुए। जगह-जगह पेड़ों की डालियां टूट कर बिखरी रही। मजदूर बस्ती राजकिशन, बलियानाला, अंबेडकर नगर में झुग्गी-झोपड़ी व टीनशेड उड़कर गिर गए। आंधी से चारो ओर गंदगी का अंबार लग गया। बोले अधिकारी..
आंधी-बारिश के चलते 85 पोल गिरे हैं। बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए कर्मचारियों को लगा दिया गया है। सभी गांवों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था शाम तक बहाल कर दी जाएगी।
-सर्वेश सिंह, एक्सईएन, राबर्ट्सगंज विद्युत विरतण खंड।