महिला ¨हसा के मामले में तत्परता से उठाएं कदम
जिले की महिला बहनों को सुरक्षित रखा जाय। महिलाओं के उत्पीड़न की जानकारी होने पर तत्परता से कदम उठायें जाय। हर हाल में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित किया जाय। महिलाएं भी अपने-अपने घर परिवार को देखते हुए समाज की मुख्य धारा से जुड़े और महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले की महिला बहनों को सुरक्षित रखा जाय। महिलाओं के उत्पीड़न की जानकारी होने पर तत्परता से कदम उठाए जाय। हरहाल में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाय। महिलाएं भी अपने-अपने घर परिवार को देखते हुए समाज की मुख्य धारा से जुड़ें और महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें।
यह बातें राज्य महिला आयोग की सदस्य अनिता सचान ने बुधवार को स्थानीय लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में आयोजित महिला उत्पीड़न संबंधी समीक्षा बैठक के दौरान कहीं। उन्होंने मौके पर मौजूद अपर जिलाधिकारी उमाकान्त त्रिपाठी, अपर पुलिस अधीक्षक अरूण कुमार दीक्षित को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि महिला उत्पीड़न के प्रकरणों को समयबद्ध तरीके से निस्तारित करते हुए महिलाओं के मान-सम्मान को बनाये रखा जाय। समीक्षा बैठक में सदस्य अनिता सचान ने कहा कि महिला उत्पीड़न की जानकारी होने पर तत्काल कदम उठाये जायं। समीक्षा बैठक में उपजिलाधिकारी सदर शादाब असलम, पुलिस क्षेत्राधिकारी विवेकानन्द तिवारी, सूर्य यादव, राजेश ¨सह, रंजना ¨सह, सोनी रावत, उदयनाथ ¨सह, सुनील ¨सह, ओमप्रकाश दुबे आदि रहे। सर्वोदय बाल गृह का किया निरीक्षण
जिले के भ्रमण के दौरान राज्य महिला आयोग सदस्य अनिता सचान ने सर्वोदय बालगृह शिशु, बालगृह बालिका, बालगृह बालक का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया। सचान ने समीक्षा बैठक के बाद अचानक राबर्ट्सगंज स्थित सर्वोदय बाल गृह शिशु का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सर्वोदय बालगृह शिशु की क्षमता 10 बेड की है और मौके पर पांच शिशुओं का पंजीकरण है। उन्होंने पाया कि एक शिशु का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है और चार शिशु मौके पर मौजूद हैं। उन्होंने बाल गृह के अभिलेखों, स्टाफ रूम, लि¨वग रूम, शौचालय, किचन, चाईल्ड रूम आदि का निरीक्षण किया। इसके बाद श्रीमती सचान ने उरमौर स्थित बाल गृह बालिका का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि बाल गृह बालिका की क्षमता 50 का है और मौके पर 11 बालिकाओं का पंजीकरण है। बाल गृह बालक के निरीक्षण में भी 50 के सापेक्ष मौके पर 11 बालकों का पंजीकरण मिला। उन्होंने बाल गृह बालक के अभिलेखों, स्टाफ रूम, शौचालय, किचन, बालक रूम आदि का निरीक्षण किया।