UP: पुराने जर्जर पुल से आवागमन के लिए विवश लोग, सपा काल में बकहर नदी पर पुल निर्माण के बजट को मिली थी मंजूरी
सोनभद्र घोरावल तहसील क्षेत्र के धुरकरी गांव में सोनभद्र-मीरजापुर सीमा पर बकहर नदी पर नए पुल का निर्माण अधर में लटक गया है। 217.23 लाख रुपये से बनने वाले इस पुल के लिए 54 लाख रुपये आवंटित भी कर दिया था।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : घोरावल तहसील क्षेत्र के धुरकरी गांव में सोनभद्र-मीरजापुर सीमा पर बकहर नदी पर नए पुल का निर्माण अधर में लटक गया है। 217.23 लाख रुपये से बनने वाले इस पुल के लिए 54 लाख रुपये आवंटित भी कर दिया था। उससे पांच पिलर बने भी लेकिन सरकार बदलते ही काम ठप हो गया। अब पांच वर्ष से इस पर कार्य नहीं हुआ। इससे लोग पुराने जर्जर पुल से ही आवागमन के लिए विवश हैं।
घोरावल क्षेत्र को मंडल मुख्यालय मीरजापुर से जोड़ने वाले मार्ग पर धुरकरी गांव में बकहर नदी बहती है। सोनभद्र मीरजापुर की सीमा पर बहने वाली बकहर नदी पर अंग्रेजों के जमाने के बने पुल की हालत काफी जर्जर हो चुकी है। अंतरराज्यीय और अंतरजनपदीय महत्व के इस पुल का रेलिंग कई स्थानों पर टूटा पड़ा है तो पुल निर्माण में लगे पत्थर कई जगह उखड़ गए हैं और पुल कभी भी धराशायी हो सकता है। इस मार्ग के महत्व और पुल के जर्जर हालत को देखते हुए अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री काल में वर्ष 2016 में तत्कालीन विधायक इ. रमेशचंद्र दूबे के प्रयासों से शासन ने बकहर नदी पर नए पुल के निर्माण की मंजूरी दी थी।
शासन में की गई है पहल, जल्द शुरू होगा कार्य
बकहर नदी पर पांच वर्ष से पुल निर्माण रुका है। इस संबंध में घोरावल विधानसभा के विधायक डा. अनिल कुमार मौर्या का कहना है कि शासन स्तर पर इसको लेकर पहल की जा रही है। जल्द ही कार्य शुरू कराया जाएगा।