निवेश मित्र पोर्टल पर कई समस्याओं का समाधान एक साथ
जासं,सोनभद्र : दैनिक जागरण के कार्यक्रम प्रश्न में गुरुवार को सम्मानित पाठकों के सवालों का जवाब देने के लिए राबर्ट्सगंज स्थित जिला कार्यालय में मौजूद रहे उपायुक्त जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के योगेंद्र प्रसाद।
जासं,सोनभद्र : दैनिक जागरण के कार्यक्रम प्रश्न में गुरुवार को सम्मानित पाठकों के सवालों का जवाब देने के लिए राबर्ट्सगंज स्थित जिला कार्यालय में मौजूद रहे उपायुक्त जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के योगेंद्र प्रसाद। श्री प्रसाद दोपहर 12 बजे से एक बजे तक कार्यालय में पाठकों के सवालों का जवाब बेबाकी से दिया। उद्यम लगाने में की जाने वाली प्रक्रिया, मिलने वाली सुविधा के बारे में बताते हुए कहा कि निवेश मित्र पोर्टल पर उद्यम लगाने से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान एक साथ होता है। उन्होंने एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत कालीन एवं दरी उद्योग को आगे बढ़ाने की दिशा में किए जा रहे प्रयास के बारे में भी पाठकों को विस्तार से बताया। प्रस्तुत है सवाल-जवाब के कुछ अंश.. सवाल : हमने पीएमआरवाइ के तहत आवेदन किया, उद्योग विभाग से चयनित भी हुआ लेकिन बैंक ऋण देने को तैयार नहीं।
जवाब : अपना व्यवसाय जिस क्षेत्र में दिखाया है वहां के बैंक में जाकर संपर्क करें। वह मना करें या कोई कारण बताएं तो उनसे लिखित लें। इसके बाद अवगत कराएं।
सवाल : कालीन उद्योग लगाने के लिए क्या सुविधा मिल रही है।
जवाब : एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत चयनित किए गए कालीन एवं दरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए उद्यमियों को ऋण की सुविधा है। इसमें 25 लाख रुपये तक 25 फीसद या अधिकतम 6.25 लाख, 25 से 30 लाख तक के ऋण पर 20 फीसद या अधिकतम दस लाख, उससे अधिक डेढ़ करोड़ तक के ऋण पर 10 फीसद या अधिकतम 15 लाख, डेढ़ करोड़ से अधिक के ऋण पर 10 फीसद या अधिकतम 20 लाख रुपये तक की सब्सिडी देने की व्यवस्था है।
सवाल : पीएमइजीपी योजना क्या है, इसका लाभ कैसे मिलता है।
जवाब : प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत जिले का लक्ष्य छह का है। इसमें 17 लोगों की फाइल बैंकों को भेजी गई है। इसमें 35 व 25 फीसद तक की सब्सिडी की व्यवस्था है। इसके तहत ऋण लेकर उद्यम स्थापित किया जा सकता है।
सवाल : मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम क्या है इसका लाभ कैसे मिलेगा?
जवाब : इस योजना के तहत इंस्ट्रीज से संबंधित ऋण 25 लाख रुपये तक और सर्विस से संबंधित ऋण 10 लाख रुपये तक मिलता है। 25 फीसद की सब्सिडी है। इस साल 90 लोगों का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें से करीब 35 लोगों को चिन्हित किया जा चुका है।
सवाल : उद्योग स्थापित करने के लिए क्या हर विभाग में एनओसी के लिए जाना पड़ेगा।
जवाब : उद्योग स्थापित करने के लिए लोगों की समस्या का समाधान एकल ¨वडो के माध्यम से कराया जाता है। निवेश मित्र पोर्टल पर जाकर व्यक्ति को आवेदन करना होगा। वहां से संबंधित विभाग में फाइल चली जाती है। वहां से एनओसी मिल जाती है। इसकी मानिट¨रग उद्योग विभाग करता रहता है। अगर कोई विभाग किसी कारण से फाइल को रिजेक्ट करता है तो उसे कारण भी लिखना पड़ता है। यानि इस पोर्टल पर ज्यादातर समस्याओं का समाधान है। विभागों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
सवाल : एक जिला एक उत्पाद के तहत चयनित कालीन एवं दरी उद्योग की प्रगति क्या है?
जवाब : जिले में विशिष्ट उत्पाद के रूप में चयनित कालीन एवं दरी उद्योग के लिए घोरावल में एक कलस्टर की स्वीकृति मिली है। आगे की प्रक्रिया अपनायी जा रही है। वहां कामनफेस सेंटर खोलने की बात चल रही है। इन क्षेत्रों से इन्होंने किया फोन
प्रश्न प्रहर कार्यक्रम में उपायुक्त से सवाल पूछने और विभाग की योजनाओं के बारे में जानकारी लेने के लिए करीब-करीब हर क्षेत्र से लोगों ने फोन किया। म्योरपुर के चिल्काडाड़, चुर्क से तमेश्वर तिवारी, नरंगा से उदय प्रताप शर्मा, रामगढ़ से कृष्ण कुमार शाह, राबर्ट्सगंज से सुमन ¨सह, करमा से रामप्रताप, केकराही से कृष्ण कुमार पटेल, ओबरा से पंकज व मुकेश ¨सह, रेणुकूट से संतोष कुमार, प्रवीण व दुद्धी से राजेश ¨सह ने फोन किया।