नवजात शिशु की सुरक्षा के लिए बढ़ी छह सीटें
दुनिया भर में शिशु मृत्यु दर को घटाने को लेकर स्वास्थ्य संबंधी योजनाएं संचालित हैं। उसके बावजूद स्थितियों में सकारात्मक सुधार नहीं हो पा रहा है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र: दुनिया भर में शिशु मृत्यु दर को घटाने को लेकर स्वास्थ्य संबंधी योजनाएं संचालित हैं। इसके बावजूद स्थितियों में सकारात्मक सुधार नहीं हो पा रहा है। ऐसे दौर में जनपद का पिछड़ापन और उसमें जन्म लेने वाले बच्चों की सहूलियत के लिए जिला चिकित्सालय के सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में छह और सीटें बढ़ाने की पहल की गई है। इसका उद्घाटन शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल करेंगी।
दरअसल, जिला चिकित्सालय में एसएनसीयू की शुरुआत आज से तीन साल पहले 2015 में हुई। उसी दौरान इस यूनिट में 12 बेडों की व्यवस्था की गई। जिला अस्पताल के सीएमएस डा. पीबी गौतम ने बताया कि सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट में बेडों की संख्या बढ़ेगी। शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल के उद्घाटन के साथ ही यहां बेडों की संख्या अब 18 हो जायेगी। जानकारी के मुताबिक बेडों की संख्या के मुताबिक डाक्टरों की मौजूदगी नहीं है। अभी तक 12 बेडों वाले यूनिट के लिए सिर्फ एक डाक्टर मौजूद हैं जबकि तीन डाक्टर होने जरूरी है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि 18 बेडों की बड़ी यूनिट बिना मैन पावर की क्या नवजातों की सुरक्षा की मूल मंशा को कारगर कर पायेगी।
एक अनुमान के मुताबिक हर साल जीवन के पहले महीने में 40 लाख नवजात शिशुओं की मौत होती है। इसमें 99 फीसद कम और मध्यम आय वाले देशों के बच्चे शामिल हैं। इसमें नवजात मौतों के मामले में भारत की सबसे बड़ी हिस्सेदारी (लगभग 25-30 फीसद) है। बता दें कि मृत्यु का 45 फीसद जीवन के पहले दो दिनों के भीतर होता है।