बीता छह माह, 25 किमी सड़क नहीं हो सकी पूरी
बाटम--चित्र-16-सबहेड.. - जिला पंचायत की 19 सड़कों का साढ़े तीन करोड़ से हो रहा था काम क्रासर.. लापरवाही - अधूरी छोड़ दी गई सभी सड़कें अब उन पर चलन हुआ मुश्किल - जगह-जगह उखड़कर बिखर गई गिट्टियां दे रहीं हादसे को दावत
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिला पंचायत की तरफ से बनाई जा रही 25 किलोमीटर सड़क का निर्माण छह माह बीतने के बाद भी पूरा नहीं हो सका है। 19 सड़कों के लिए मार्च में टेंडर निकाला गया था। लगभग साढ़े तीन करोड़ रुपये से इन सड़कों का निर्माण किया जाना था। सड़कों पर काम भी शुरू कर दिया गया था, लेकिन आधा अधूरी सड़कों को बनाकर छोड़ दिया गया है। सड़कों के निर्माण में धन का बंटरबांट कर दिया गया है। विभाग की तरफ से भी इसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
पिछले काफी समय से कई सड़कों की स्थिति बदहाल थी। सड़कों पर गहरे गड्ढे और जर्जर सड़क होने के कारण लोगों का आवागमन बाधित हो रहा था। जिला पंचायत की तरफ से मार्च में जिले की 19 सड़कों के 25 किलोमीटर निर्माण के लिए 3.56 करोड़ रुपये की लागत ने टेंडर निकाला गया था। टेंडर होने के बाद इन सड़कों पर तेजी से काम भी शुरू कर दिया गया। इससे लोगों को उम्मीद जगी थी कि जल्द ही जर्जर सड़कों से निजात मिलेगी। हाट मिक्स पद्धति से सड़क को बनाया जाना था। इसको लेकर काम भी शुरू कर दिया गया था, लेकिन एक महीने तक काम करने के बाद इसको बंद कर दिया गया। पिछले छह माह से काम बंद होने के चलते सड़क पर डाली गई गिट्टी उखड़कर बिखर गई हैं। विभाग के पास पर्याप्त बजट होने के बाद भी अप्रैल से सड़क कार्य बंद चल रहा है। इसका नतीजा यह हुआ कि सड़कें अधूरी रह गई। अभी भी इन सड़कों पर काम बंद चल रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है। बोले अधिकारी..
अप्रैल से कोरोना के चलते काम बंद हो गया था। इसके बाद बारिश का मौसम शुरू हो गया। बरसात के चलते सड़क का काम पूरा नहीं हो सका। अक्टूबर तक सभी 19 सड़कों का काम पूरा करा दिया जाएगा।
- प्रदीप सिंह, अपर मुख्य अधिकारी।