शिवांग ने जेईई एडवांस में हासिल किया आल इंडिया 427 वां रैंक
जागरण संवाददाता सोनभद्र प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) में प्रवेश के लिए हुए संयुक्त प्रवेश परीक्षा एडवांस के घोषित हुए परिणाम में सोनभद्र के छह छात्रों ने सफलता प्राप्त की है। ओबरा राम मंदिर कालोनी निवासी शिवांग अग्रवाल ने आल इंडिया 427 वां रैंक हासिल कर जनपद सहित माता-पिता का नाम रोशन किया है। शिवांग ने हाई स्कूल तक की शिक्षा ओबरा के सेक्रेड हार्ट कांवेंट स्कूल से और इंटर की शिक्षा डैफोडिल पब्लिक स्कूल दिल्ली से पूरी की है। इसके बाद दिल्ली में ही रहकर आईआईटी की तैयारी की।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) में प्रवेश के लिए हुए संयुक्त प्रवेश परीक्षा एडवांस के घोषित हुए परिणाम में सोनभद्र के छह छात्रों ने सफलता प्राप्त की है। ओबरा राम मंदिर कालोनी निवासी शिवांग अग्रवाल ने आल इंडिया 427 वां रैंक हासिल कर जनपद सहित माता-पिता का नाम रोशन किया है। शिवांग ने हाई स्कूल तक की शिक्षा ओबरा के सेक्रेड हार्ट कांवेंट स्कूल से और इंटर की शिक्षा डैफोडिल पब्लिक स्कूल दिल्ली से पूरी की है। इसके बाद दिल्ली में ही रहकर आईआईटी की तैयारी की। शिवांग अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने माता पिता व्यवसायी प्रमोद अग्रवाल एवं पूनम अग्रवाल को देते हैं। उन्होंने बताया कि वे नियमित रूप से प्रतिदिन आठ घंटे की पढ़ाई करते हैं। शिवांग कंप्यूटर इंजीनियरिग करना चाहते है। चोपन के ध्रुव जैन ने आल इंडिया 2239 वां रैंक प्राप्त किया है। वह गारमेंट्स व्यवसायी नरेश कुमार जैन एवं निशा जैन के पुत्र हैं। ध्रुव ने हाई स्कूल तक की शिक्षा ओबरा सेक्रेड हार्ट कांवेंट स्कूल से और इंटर की शिक्षा सनबीम स्कूल वाराणसी में पूरी की। वह भी दिल्ली में रहकर परीक्षा की तैयारी की। ध्रुव भी कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिग करना चाहते है। अनपरा तापीय परियोजना आवासीय परिसर स्थित संत फ्रांसिस सीनियर सेकेंडरी स्कूल के चार पूर्व छात्रों ने सफलता प्राप्त की है। स्कूल के यश अवस्थी ने आल इंडिया 3144 वीं रैक, अभिनव मौर्य ने 3405 वीं रैंक, देवयान मिश्र ने 5704 वीं रैंक और श्रेयांश कुमार शर्मा ने 3583 वीं रैंक प्राप्त कर विद्यालय और जनपद को गौरवांवित किया है। देवयान मिश्र के पिता इ. जीके मिश्रा वर्तमान में ओबरा तापीय परियोजना के महाप्रबंधक (प्रशासन) हैं। प्रधानाचार्य फादर सुनील नोरोन्हा ने सफल प्रतिभागियों को बधाइयां देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।