नगवां बालू साइट पर कई वाहनों व जेसीबी में तोड़फोड़
कोतवाली क्षेत्र के नगवां बालू साइड पर रविवार की शाम करीब चार बजे लाठी डंडा से लैस भारी संख्या में ग्रामीणों ने धावा बोल कर जमकर तोड़फोड़ किया। करीब आधे घण्टे तक उत्पात मचाने से वहां हड़कंप मच गया। साइड पर गए ट्रक चालक एवं खलासी बवाल को देखते हुए अपने वाहन सड़क पर छोड़कर भाग खड़े हुए। घटना की सूचना पाकर मौके पर सीओ संजय वर्मा की अगुवाई में भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच कर हालात को काबू में किया। बवाल
जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र): कोतवाली क्षेत्र के नगवां बालू साइट पर रविवार की शाम करीब चार बजे लाठी डंडा से लैस भारी संख्या में ग्रामीणों ने धावा बोल कर जमकर तोड़फोड़ की। करीब आधे घंटे तक उत्पात मचाने से वहां अफरातफरी मची रही। साइट पर गए ट्रक चालक एवं खलासी बवाल को देखते हुए अपने वाहन सड़क पर छोड़कर भाग खड़े हुए। घटना की सूचना पाकर मौके पर सीओ संजय वर्मा की अगुवाई में भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच कर हालात को काबू में किया। बवाल मचाने वाले ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि बीते 23 मई की देर शाम पकरी गांव निवासी रामसुन्दर को कनहर नदी से लाश बरामद हुई थी। बरामदगी के साथ ही मामले की जांच कराने की मांग की गई लेकिन, इस दिशा में पुलिस प्रशासन पर कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। आक्रोशित ग्रामीण पशुपालक की हत्या का तार बालू साइट से जोड़कर देख रहे हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने दो पोकलैंड, दो टिपर के साथ कई वाहन पर तोड़फोड़ की। मौके पर दुद्धी कोतवाली, विढमगंज थाने की फोर्स मुस्तैद है। खनन कार्य ठप पड़ा हुआ है। साइट संचालन के साथ ही सुलग रहे थे ग्रामीण
नगवां बालू साइट संचालन के समय से ही आसपास के ग्रामीण खदान संचालन की गतिविधि को लेकर आक्रोशित थे। लगातार मानक के विपरित खनन व परिवहन का भी आरोप ग्रामीणों की तरफ से लगाया जा रहा था। इन सब के बीच पशुपालक रामसुंदर की संदिग्ध हाल में मौत ने आग में घी का काम किया। इस पूरे मामले में खुफिया विभाग भी पूरी तरह से फेल साबित हुआ। वर्ष 2019 में जिले में हुआ था बड़ा बवाल
जिले के बालू साइड संचालकों व स्थानीय ग्रामीणों के बीच संघर्ष का नाता पुराना रहा है। नौ जनवरी 2019 को कोन थाना क्षेत्र के बरहमोरी बालू साइट पर ग्रामीणों व बालू संचालकों के बीच घंटों गुरिल्ला युद्ध चला था। जिसको लेकर प्रदेश स्तर तक यह मामला सुर्खियों में रहा था। इस बवाल में कई ग्रामीणों व साइट पर काम करने वाले गंभीर रूप से घायल हुए थे। घटना में ग्रामीणों ने बालू साइट पर खड़े कई वाहनों में आग भी लगा दिया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश सरकार ने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी किया था।