शीघ्र भोजन दिलाने में जिले को प्रदेश में दूसरा स्थान
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जागरण संवाददाता, सोनभद्र : कोई मजदूरी करके मिलने वाले पैसे से अपनी आजीविका चलाता था। राशन, तेल भी उसी से खरीदा जाता था। लॉकडाउन के दौरान जब बाहर निकलना बंद हुआ तो समस्या गंभीर हुई। हालांकि शासन के निर्देश पर जिले में स्थापित कंट्रोल रूम ने ऐसे लोगों की चिता की और उनकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया। जिसे जरूरी थी समय से भोजन दिलाया। इसकी समीक्षा भी शासन स्तर से हुई, जिसमें सिद्धार्थनगर को पहला और सोनभद्र को प्रदेश भर में दूसरा स्थान मिला।
मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि लोगों की समस्याओं को निस्तारित करने के लिए कंट्रोल स्थापित किया गया है। यहां आइजीआरएस व सीएम हेल्पलाइन 1076 के जरिए भी शिकायत आती है। उनका निस्तारण कर यहां बनी टीम के अधिकारियों द्वारा फीडबैक लिया जाता है। शासन स्तर से रैंडम आधार पर शिकायतकर्ताओं से फोन पर बात की जाती है और पूछा जाता है कि क्या वे जिला प्रशासन द्वारा शिकायत निस्तारण से संतुष्ट है अथवा नहीं। इसी तरह जिले के 27 लोगों से शासन के अधिकारियों ने बात की तो 20 ने संतुष्ट होने की बात कही। बताया कि यह सबकुछ सधी हुई टीम के प्रयास से हुआ है। कोशिश है कि हम पहले स्थान पर रहें। कंट्रोल रूम में डिप्टी कलेक्टर रमेश कुमार, जैंनेंद्र सिंह, कृपाशंकर पांडेय, डीडीओ रामबाबू त्रिपाठी, डीपीओ अजीत सिंह आदि लगे हैं।