365 दिन में महज 62 दवा का लिया सैंपल
जिले में नर्सिंगहोम में स्थित दवाघरों में खेल चल रहा है लेकिन जिम्मेदारों की सुस्ती के चलते इस पर लगाम नहीं लग रही है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 365 दिनों में औषधि निरीक्षकों की टीम महज 62 दवा का ही नमूना लेकर जांच के लिए भेज सकी। सख्ती नहीं होने से नकली दवा की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले में नर्सिंगहोम में स्थित दवाघरों में खेल चल रहा है, लेकिन जिम्मेदारों की सुस्ती के चलते इस पर लगाम नहीं लग रही है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 365 दिनों में औषधि निरीक्षकों की टीम महज 62 दवा का ही नमूना लेकर जांच के लिए भेज सकी। सख्ती नहीं होने से नकली दवा की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है।
औषधि निरीक्षक संदीप गुप्ता के नेतृत्व वाली टीम ने राबर्ट्सगंज नगर के तीन नर्सिंग होम के दवाघरों में तीन दिन पूर्व छापेमारी की थी। तीनों स्थानों पर काफी अनियमितता मिली थी। जिस फार्मासिस्ट के नाम पर दवाघर का लाइसेंस लिया गया था वह भी मौजूद नहीं था। जिसे औषधि निरीक्षक ने गंभीरता से लिया था। हालांकि जनपद में छापेमारी व जांच कम होने से दुरुह भौगोलिक वाले जनपद में नकली दवा की खपत धड़ल्ले से हो रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो 365 दिनों में औषधि की जांच के लिए महज 62 नमूने ही लिए गए हैं। इन नमूनों की जांच में तीन मामले सामने आए हैं। दुद्धी स्थित दवाघर में नकली दवा की पुष्टि हुई है। इसके अलावा राबर्ट्सगंज में कोरोना काल में लिए गए दो दुकानों से सैनिटाइजर की गुणवत्ता फेल हुई है। औषधि निरीक्षक संदीप गुप्ता ने बताया कि सैनिटाइजर में अल्कोहल की मात्रा काफी कम मिली है। तीनों मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर औषधि का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाता है।
मैं हूं और मै रहूंगा थीम पर कैंसर की हुई चर्चा
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर वामा सारथी के तत्वावधान में गुरुवार को कार्यशाला हुई। मैं हूं और मैं रहूंगा था विषय पर आयोजित कार्यशाला में कैंसर बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरजी यादव व जिला संयुक्त चिकित्सालय के चिकित्सक गणेश प्रसाद लोगों को कैंसर के लक्षण, बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति आगाह किया। बताया गया कि विश्व कैंसर दिवस सर्वप्रथम वर्ष 1993 में स्विटजरलैंड के जिनेवा में यूनियन फार इंटरनेशल कैंसर कंट्रोल के द्वारा मनाया गया था। इसके बाद यह सिलसिला लगातार आगे बढ़ता चला आ रहा है। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि आम लोगों को कैंसर के खतरों के बारे में जागरूक करते हुए इसके लक्षण से लेकर बचाव के बारे में जानकारी दी जा सके। चिकित्सकों द्वारा कार्यशाला में उपस्थित लोगों को कैंसर की विभिन्न अवस्थाओं, लक्षणों तथा इस दौरान रखी जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी। इस दौरान पुलिस लाइन में तैनात कर्मचारियों व उनके स्वजन मौजूद रहे।