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बिना प्राविधिक स्वीकृति के ही सड़क मरम्मत का काम

लोक निर्माण विभाग से वर्ष 2015 में सरंगा-विसहार पेढ़ संपर्क मार्ग पर विशेष मरम्मत का कार्य कराया गया था। मरम्मत के बाद कार्य का भुगतान कराने के लिए जब ठेकेदार ने जरूरी औपचारिकताओं के साथ बिल लगाया तो विभागीय अधिकारी तरह-तरह के बहाने बनाना शुरू कर दिया। दो वर्ष सात माह का समय बीत जाने के बावजूद अब तक भुगतान नहीं हुआ।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Nov 2018 06:12 PM (IST)Updated: Tue, 27 Nov 2018 06:12 PM (IST)
बिना प्राविधिक स्वीकृति के ही सड़क मरम्मत का काम
बिना प्राविधिक स्वीकृति के ही सड़क मरम्मत का काम

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : लोक निर्माण विभाग का काम भी निराला ही है। बिना प्राविधिक स्वीकृति के ही सड़क के मरम्मत का काम करा दिया गया। जब भुगतान की बारी आई तो तरह-तरह की बातें की जा रही है। इसकी शिकायत संबंधित ठेकेदार ने सीएम तक की लेकिन अभी तक इसका कोई हल नहीं निकल सका है। वर्ष 2015 में सरंगा-बिसहार पेढ़ संपर्क मार्ग पर विशेष मरम्मत का कार्य कराया गया था। मरम्मत के बाद कार्य का भुगतान कराने के लिए जब ठेकेदार ने जरूरी औपचारिकताओं के साथ बिल लगाया तो विभागीय अधिकारी ने बताया कि कार्य के लिए प्राविधिक स्वीकृति नहीं हो सकी थी। इसे लेकर भुगतना की कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में सवाल उठता है कि बिना प्राविधिक स्वीकृति के कार्य क्यों कराया गया जबकि उसी सड़क पर बाद में दूसरे ठेकेदार ने काम कराकर भुगतान ले लिया है।

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मामला लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड का है। वर्ष 2015 में सरंगा बिसहार पेढ़ संपर्क मार्ग पर एक से तीन किमी तक विशेष मरम्मत का कार्य सच्चिदानंद पांडेय ने कराया। कार्य के बाद जब भुगतान की बारी आई तो अधिकारी तरह का बहाना बनाना शुरू कर दिए। इसकी शिकायत जब ठेकेदार ने मुख्यमंत्री से किया तो प्राविधिक स्वीकृति के बिना कार्य कराने की बात कहते हुए अधिकारियों ने पल्ला झाड़ लिया। इतना ही नहीं जिस सड़क के लिए पहले निविदा हुई थी, सच्चिदानंद पांडेय ने मरम्मत कार्य कराया उसी सड़क पर दूसरे ठेकेदार द्वारा भी कार्य कराया गया। इतना ही नहीं उसका भुगतान भी विभाग ने कर दिया। लेकिन पहले का भुगतान अभी तक लटका पड़ा है। अब विभागीय अधिकारी प्राविधिक स्वीकृति प्राप्त करके शीघ्र भुगतान की बात कह रहे हैं। श्री पांडेय के मुताबिक बार-बार बस यही कहा जाता है कि प्राविधिक स्वीकृति प्राप्त करके शीघ्र भुगतान जाएगा। लेकिन ढाई साल से अधिक का समय व्यतीत होने के बाद भी अब तक कोई हल नहीं निकला। शिकायत कुछ और रिपोर्ट लगा रहे कुछ और

लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी कार्य के प्रति कितने गंभीर हैं इसका अंदाजा इस मामले में ऑनलाइन पोर्टल पर लगाई गई रिपोर्ट को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है। ठेकेदार सच्चिदानंद पांडेय ने ऑनलाइन शिकायत किया कि सरंगा-बिसहार पेढ़ संपर्क मार्ग पर विशेष मरम्मत के कार्य का भुगतान नहीं किया गया है तो इसकी रिपोर्ट में अधिकारियों ने दूसरे मामले को दिया है। मामले को निस्तारित दिखाने के लिए अधिशासी अभियंता हीरामणि वर्मा ने इस मार्ग के बदले उरमौरा बसौली राजपुर मार्ग से ¨सधौरा होते हुए गोरारी तक संपर्क मार्ग की रिपोर्ट लगा दी है। बाद में जब पुन: शिकायत की गई तो उन्होंने प्राविधिक स्वीकृति प्राप्त करके भुगतान करने की बात कही। बात भी सुनने को तैयार नहीं एसई

ढाई साल से अधिक समय से लटके भुगतान, आनलाइन मामले के निस्तारण में गलत रिपोर्ट लगाने व उसी सड़क पर दूसरे ठेकेदार द्वारा कार्य कराकर भुगतान लेने के संदर्भ में जब लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता बीडी गुप्ता से संपर्क किया गया तो वह बात सुनने को भी तैयार नहीं हुए। जब सरंगा-बिसहार पेढ़ संपर्क मार्ग पर विशेष मरम्मत की बात शुरू की गई तो उन्होंने संबंधित डिवीजन से बात करने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ लिया। कहा कि क्या मामला है यह उस विभाग के लोग ही बता सकेंगे।


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