एनसीएल के एलीट क्लब में शामिल होने का रोड मैप तैयार
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वित्त वर्ष के तीसरी तिमाही तक गत वर्ष से 16 फीसद अधिक कोयला खनन कर
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वित्त वर्ष के तीसरी तिमाही तक गत वर्ष से 16 फीसद अधिक कोयला खनन कर एनसीएल ने एलीट क्लब में शामिल होने का रोड मैप तैयार कर लिया है। कंपनी ने नवंबर तक लक्ष्य का 102 फीसद उत्पादन करने में सफलता हासिल की है। इसे देखते हुए आगामी वित्त वर्ष में कंपनी को 100 मिलियन टन कोयला खनन का लक्ष्य मिलने की संभावना बढ़ गई है।
100 मिलियन टन कोयला खनन करने वाली कोल कंपनी को एलीट क्लब में शामिल किया जाता है। अब तक कोल इंडिया की दो अनुषंगी कंपनियां एलीट क्लब में शामिल हो चुकी हैं। वित्त वर्ष 2017-18 में एनसीएल को 91 मिलियन टन कोयला खनन व प्रेषण का लक्ष्य मिला है। नवंबर तक कंपनी को 57.86 मिलियन टन कोयला खनन करना था। इसके सापेक्ष कंपनी द्वारा 30 नवंबर तक 58.80 एमटी कोयला खनन किया जा चुका है।
इसे देखते हुए प्रबल संभावना जताई जा रही है कि वित्त वर्ष के अंत तक कंपनी लक्ष्य से अधिक कोयला उत्पादन कर एलीट क्लब में शामिल होने के दावे को और पुख्ता करेगी।
वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही होती है मुफीद
जानकारों का कहना है कि कोयला खनन के दृष्टिकोण से वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही मुफीद मानी जाती है। प्रथम तीन तिमाही में ही उत्पादन में बढ़त ले लेने से एनसीएल ने अंतिम तिमाही में आशातीत बढ़त की ओर कदम बढ़ा दिया है।
गत वर्ष हुआ था लक्ष्य से अधिक उत्पादन
गत वर्ष मानसून सत्र में मूसलाधार बरसात के कारण एनसीएल की कई परियोजनाओं का उत्पादन शून्य हो गया था। इससे कंपनी के उत्पादन-उत्पादकता पर व्यापक प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था। एनसीएल के जन संपर्क अधिकारी सीरज ¨सह ने बताया कि गत वर्ष की अंतिम तिमाही में उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए एनसीएल ने निर्धारित लक्ष्य 82 मिलियन टन से अधिक 84 मिलियन टन कोयला खनन करने में सफलता हासिल की थी। इस वर्ष बरसात सामान्य रहने से मानसूनी सत्र में कंपनी का प्रदर्शन लक्ष्य के अनुरूप रहा है। ऐसे में कंपनी इस वर्ष भी निश्चित ही लक्ष्य से अधिक उत्पादन करेगी।
दो कंपनियां शामिल हैं एलीट क्लब में
अभी तक कोल इंडिया की मात्र दो कंपनियां छत्तीसगढ़ स्थित एससीसीएल (साउथर्न-इस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड) व उड़ीसा स्थित महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड ही एलीट क्लब में शामिल हैं। इन दोनों कंपनियों का क्षेत्रफल 200 किमी से अधिक है। ऐसे में यदि महज 30 किमी की परिधि में फैली एनसीएल एलीट क्लब में शामिल होती है तो यह कंपनी की विशेष उपलब्धि होगी।