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कोहरे में हादसे से बचाते हैं वाहनों में लगे रिफ्लेक्टर

हाइवे हो या गांव की तंग गलियां। कहीं भी सुरक्षित यात्रा के लिए आगे व पीछे वाले वाहन चालक को सुरक्षित होना जरूरी है। क्योंकि अगर एक की गलती से भी दुर्घटना होती है तो उसमें नुकसान किसका होगा यह निश्चित नहीं होता। कई बार तो दोनों का हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि यातायात नियमों का पालन करते हुए यातायात को सुगम बनाने की। सर्दी के मौसम में घने कोहरे के कोहराम से बचने और अन्य को बचाने के लिए अगर वाहन चालक कुछ खास नियमों का पालन करें तो हर किसी की ¨जदगी सड़क पर सेफ रहेगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 08:08 AM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 08:08 AM (IST)
कोहरे में हादसे से बचाते हैं वाहनों में लगे रिफ्लेक्टर
कोहरे में हादसे से बचाते हैं वाहनों में लगे रिफ्लेक्टर

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : हाइवे हो या गांव की तंग गलियां। कहीं भी सुरक्षित यात्रा के लिए आगे व पीछे वाले वाहन चालक को सुरक्षित होना जरूरी है। ..क्योंकि अगर एक की गलती से भी दुर्घटना होती है तो उसमें नुकसान किसका होगा यह निश्चित नहीं होता। कई बार तो दोनों का हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि यातायात नियमों का पालन करते हुए यातायात को सुगम बनाने की। सर्दी में घने में और अन्य को बचाने के लिए अगर वाहन चालक कुछ खास नियमों का पालन करें तो हर किसी की ¨जदगी सड़क पर सेफ रहेगी।

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यातायात से जुड़े जानकार बताते हैं कि हर साल होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में ज्यादातर मामले यातायात नियमों के उल्लंघन के ही होते हैं। कोहरे के समय में रात के अंधेरे में खासकर कोहरे में अगर सुरक्षित तरीके से वाहन चलाना है तो गति को नियंत्रित रखना होगा। वैसे तो रिफ्लेक्टर एक ऐसी चीज है कि वह गांव हो या शहर हर जगह आपके सामने वाले को व आपको सुरक्षित करता है। इसके साथ ही कुछ और भी उपकरण हैं जैसे टेल लाइट, हार्न, डीपर, इंडिकेटर आदि भी काफी मददगार होते हैं। हाइवे पर वाहन चलाते समय बरतें सावधानी

हाइवे पर दुर्घटना न हो इसके लिए हर किसी को सतर्क रहना होगा। खासतौर पर ट्रक चालकों को नियमों का पालन करना चाहिए। लंबी दूरी तय करने वाले वाहनों को टेल लाइट का इस्तेमाल करना जरूरी है। इससे पीछे वाले वाहन चालक को पता चलता है कि आगे कोई वाहन है। इसी तरह रिफ्लेक्टर का भी होना जरूरी है। इससे रोशनी पड़ते ही पीछे, आगे, बगल वाले वाहन चालक को पता चलता है कि कोई वाहन ही है। रात के समय हेड लाइट ऊपर से थोड़ी काली होनी चाहिए, ताकि सामने वाले वाहन के चालक की आंखों पर तेज रोशनी न पड़े। उसकी आंखें चौधियाने न पाएं। जहां भी पार्किग करें तो पार्किंग लाइट जरूर जला दें। अंदरूनी सड़कों पर बरती जाने वाली सावधानी

हाइवे पर चलने वाले वाहनों पर जितने उपकरण लगे होने चाहिए उससे कम उपकरण शहर की अंदरूनी सड़कों पर चलने वालों पर तो कत्तई नहीं हो सकते। ..क्योंकि गांव की सड़कें और शहर के अंधे मोड़ ज्यादा दुर्घटनाओं को दावत देते हैं। इन स्थानों पर वाहन चलाते समय डीपर व हार्न का इस्तेमाल सबसे ज्यादा जरूरी होता है। इसके साथ ही संकेतक का उपयोग भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। बाकी हाइवे पर चलने वाले सभी नियमों व तरीकों का पालन करते हुए दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। खड़े ट्रक में टकराने से कैसे बचें

सड़क के किनारे किसी भी खड़े ट्रक या ट्राली से टकराने से बचने के लिए वाहन चालक को जागरूक होना जरूरी है। वाहनों पर आगे, पीछे बगल में अगर रिफ्लेक्टर लगा है तो पीछे वाला वाहन चालक रात के अंधेरे में भी जान जाएगा कि आगे कोई वाहन खड़ा है। इसके अलावा ट्रक चालक ट्रक को पार्किंग वाले स्थल पर ही खड़ा करें। खड़ा करने के बाद पार्किंग लाइट जरूर जलाएं। ट्रैक्टर-ट्राली में तो रिफ्लेक्टर लगाना अनिवार्य होना चाहिए। ..क्योंकि ट्राली में पार्किंग लाइट भी नहीं जलती। रिफ्लेक्टर ही सहारा है। सरिया लादकर चलने की क्यों है छूट

सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं में 10 फीसद घटनाएं ट्रैक्टर-ट्राली या अन्य वाहनों पर खुले तौर पर सरिया लादकर ढोने से होता है। कई बार ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं कि आगे जा रहे ट्रैक्टर-ट्राली पर लदी सरिया में पीछे से टकराकने के कारण हादसा हुआ। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इस तरह से सरिया परिवहन करने की छूट क्यों। इस संबंध में जब यातायात प्रभारी बागेश विक्रम ¨सह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कुछ कामों में सरिया सीधी लगती है। इसलिए लाल कपड़ा लगाकर परिवहन करने की थोड़ी ढिलाई है। हालांकि नियम का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई भी होती है। ज्यादा से ज्यादा भवन सामग्री विक्रेताओं से कहा जाता है कि सरिया का परिवहन ट्रेलर से ही करें। या मोड़कर करें। खड़ा ट्रक लील गया कई की ¨जदगी

01 नवंबर 2018 : राब‌र्ट्सगंज में बने फ्लाईओवर पर खड़े ट्रक में बाइक सवार दो लोग टकराकर गिर गये। इससे दोनों की मौत हो गई। मरने वालों में एक सशस्त्र सीमा बल का जवान वीरेंद्र और दूसरा उसी के गांव का दोस्त राजेश यादव था। जो गाजीपुर जिले के निवासी थे।

06 नवंबर 2018 : म्योरपुर के रासपहरी गांव के समीप रात में खड़े ट्रक से टकराकर बाइक सवार झारो गांव निवासी वंशी गोंड़ की मौत हो गई। वह म्योरपुर से अपने घर वापस लौट रहे थे।

10 अक्टूबर 2018 : वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर आमडीह के पास खड़े ट्रक में एक कार टकराकर पलट गई। इससे कार में सवार राकेश व शिवनारायण दोनों निवासी लोहरा की मौत हो गई। नियम का पालन करें यातायात सुगम बनाएं

सुरक्षित यात्रा के लिए हर किसी की जिम्मेदारी है कि वह खुद सुरक्षित तरीके से वाहन चलाएं और दूसरे को भी सुरक्षित रखने में मदद करें। इसलिए ट्रक चालक, ट्रैक्टर चालक, बाइक चालक व अन्य वाहनों के चालक यातायात नियमों का पालन करके यातायात को सुगम बना सकते हैं। सर्दी के मौसम में कोहरे के कारण दुर्घटनाएं अधिक होती है। इसलिए रिफ्लेक्टर, हेड लाइट, संकेतक, पार्किंग लाइट आदि को मुकम्मल करके चलें। यातायात नियमों का पालन जरूर करें। न करने वालों पर कार्रवाई भी होगी।

- बागेश विक्रम ¨सह, यातायात प्रभारी।


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