Move to Jagran APP

प्रोबेशन कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक पर कार्रवाई की संस्तुति

वित्तीय अनियमितता अनावश्यक रूप से कार्यालयीय कार्य में हस्तक्षेप कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार करने व अन्य विधि नियम विरूद्ध कार्य करने के आरोप में घिरे जिला प्रोबेशन कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक राजेश सिंह पर कार्रवाई की संस्तुति जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है। वाराणसी के वीडीए कालोनी बड़ा लालपुर चांदमारी निवासी दुर्गावती देवी की शिकायत पर अपर जिलाधिकारी द्वारा की गई जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने निदेशक महिला कल्याण को पत्र लिखा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jun 2019 06:55 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jun 2019 06:55 PM (IST)
प्रोबेशन कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक पर कार्रवाई की संस्तुति
प्रोबेशन कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक पर कार्रवाई की संस्तुति

जासं, सोनभद्र : वित्तीय अनियमितता, अनावश्यक रूप से कार्यालयीय कार्य में हस्तक्षेप, कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार करने व अन्य विधि, नियम विरुद्ध कार्य करने के आरोपों से घिरे जिला प्रोबेशन कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक राजेश सिंह पर कार्रवाई की संस्तुति जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है। वाराणसी के वीडीए कालोनी बड़ा लालपुर चांदमारी निवासी दुर्गावती देवी की शिकायत पर अपर जिलाधिकारी द्वारा की गई जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने निदेशक महिला कल्याण को पत्र लिखा है। उन्होंने राजेश का स्थानांतरण मंडल से बाहर किसी दूरस्थ जनपद में करने की संस्तुति की है।

loksabha election banner

प्रोबेशन कार्यालय के सूत्रों की मानें तो कई वर्षों से तैनात कनिष्ठ लिपिक राजेश सिंह की शिकायत कई बार हो चुकी है। इसमें कई तरह के आरोप लगे हैं। वाराणसी निवासी दुर्गावती देवी द्वारा की गई शिकायत के आधार पर जब जांच कराई गई तो उनकी शिकायत सही पाई गई। पता चला कि पत्रावलियों के रख-रखाव में लापरवाही की गई। इसके साथ ही बाल संरक्षण अधिकारी एवं विधि सह परिवीक्षाधिकारी कार्मिकों का मासिक मानदेय 21 हजार रुपये है। उनकी एक दिन की तनख्वाह सात सौ रुपये होती है लेकिन इनके द्वारा दो बार 750 रुपये कटौती की गई। इतना ही नहीं आइजीआरएस शिकायत पोर्टल पर राजेश के विरुद्ध शिकायत की गई, जिसका निस्तारण स्वयं इन्होंने बिना जांच के कर दिया, जबकि इनके अधिकार क्षेत्र में यह नहीं है। मानदेय भुगतान पत्रावली विलंब से प्रस्तुत करने, अपने पद का दुरुपयोग करने, कार्यालय में आने वाली जनता से ठीक व्यवहार न करने के आरोप लगे हैं। एडीएम को दी गई जांच रिपोर्ट में प्रोबेशन अधिकारी राजनाथ राम ने कहा है कि सात बिदुओं की जांच में महज तीन बिदुओं पर ही कनिष्ठ लिपिक ने अपना जवाब दिया है। वह भी असंतोषजनक है। बताया कि शिकायतों के आधार पर जांच कर संस्तुति रिपोर्ट जिलाधिकारी के स्तर से भेजी गई है।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.