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33 गांवों में कम बने राशनकार्ड, नोटिस जारी

शासन ने शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लिए मानक तय किया है कि इतने फीसद लोगों का राशनकार्ड बनना चाहिए। लेकिन घोरावल ब्लाक के 33 गांव ऐसे हैं जहां मानक 79.56 फीसद से कम राशनकार्ड बनाए गए। ऐसे में जिला पूर्ति अधिकारी ने वहां के पूर्ति निरीक्षक को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 07:37 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 06:12 AM (IST)
33 गांवों में कम बने राशनकार्ड, नोटिस जारी
33 गांवों में कम बने राशनकार्ड, नोटिस जारी

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : शासन ने शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लिए मानक तय किया है कि इतने फीसद लोगों का राशनकार्ड बनना चाहिए। लेकिन, घोरावल ब्लाक के 33 गांव ऐसे हैं जहां मानक 79.56 फीसद से कम राशनकार्ड बनाए गए। ऐसे में जिला पूर्ति अधिकारी ने वहां के पूर्ति निरीक्षक को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा है। पूछा है कि आखिर क्या वजह है कि वहां मानक के अनुसार राशनकार्ड नहीं बने हैं। क्या यहां अब पात्र लोग नहीं है। सभी का राशनकार्ड बन चुका है।

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जिला पूर्ति अधिकारी डा. राकेश तिवारी ने बताया कि शासन स्तर से शहरी क्षेत्र के लिए 64.43 व ग्रामीण क्षेत्र के लिए 79.56 फीसद राशनकार्ड बनाने का लक्ष्य तय होता है। यह जिले स्तर पर होता है। घोरावल ब्लाक की समीक्षा के दौरान प्रकाश में आया कि 33 ग्राम पंचायत ऐसे हैं जहां कुछ कम राशनकार्ड बने हैं। ऐसी स्थिति में वहां के पूर्ति निरीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। बताया कि देवगढ, इमली पोखर, मुगेहरी, कनेटी, फुलवारी, जुडिया, विसरेखी, वर्दिया, खुटहनिया, धरसड़ा, केवठा, भरकना, कन्हारी, मसिआदिनाथ, हीनौती, पेढ, नेवारी, विसहार, बकौली, मगरदहा, खरूआवं, पगिया, पिडरिया, पुरखास, गुरवल, मझिगवा, बागपोखर, अरूआवं, बारी महेवा, विसुन्धरी, मुड़िलाडीह, कठपुरवा, सोलिल, भरौली शामिल हैं।


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