भक्तों ने निकाली राम बरात,लगे जयकारे
जागरण संवाददाता विढमगंज (सोनभद्र) झारखंड और उत्तर प्रदेश को बांटने वाली सततवाहिनी नदी ।
जागरण संवाददाता, विढमगंज (सोनभद्र): झारखंड और उत्तर प्रदेश को बांटने वाली सततवाहिनी नदी के तट पर स्थित दिगंबर अखाड़ा अयोध्या से संबद्ध श्रीराम मंदिर पर शनिवार को राम-सीता विवाह का भव्य आयोजन हुआ। कोरोना संकट के कारण शारीरिक दूरी और मास्क की अनिवार्यता का भी पालन किया गया। इस दौरान रामजी की निकली सवारी, रामजी की लीला है न्यारी..जैसे भक्ति गीत पर श्रद्धालु जमकर थिरके।
मंदिर के महंत मनमोहन दास ने राम विवाह में आए लोगों को आशीर्वाद दिया। श्रीराम की बरात राम मंदिर प्रांगण से निकली और थाना गेट के सामने से होते हुए हलवाई चौक, सुभाष तिराहा, मेन रोड, मुड़ीसेमर मोड़ काली मंदिर मोड़, बैंक रोड, सब्जी गली, साहू चौक से होते हुए पुन: श्रीराम मंदिर पर बरात पहुंचते ही पहले से द्वार पूजा की रस्म निभाने के लिए तैयार महिलाओं ने स्वागत किया। विवाह मंडप में भगवान श्रीराम-सीता का विवाह पुरोहित नंदलाल तिवारी ने कराया। वर पक्ष से हृदयानंद चौबे, मोहनदास ब्रह्मचारी, संजय मिश्र, कृष्णा विश्वकर्मा, बिट्टू जयसवाल, चार्ली गुप्ता, अरविद गुप्ता, दीपक गुप्ता आदि का कन्या पक्ष के मनमोहन दास, विनय उपाध्याय, पंकज राय, अमेरिका साव, चंद्रमा, भगत, लखन यादव, दुल्हन साव, रवींद्र ने स्वागत किया। विनय उपाध्याय ने सीता का भाई बनकर लावा परछन व शंख से पानी की रस्म को अदा किया। इस दौरान एकत्रित महिलाएं, कुसुम देवी, प्रमिला देवी, शांति देवी, शीला देवी, उर्मिला देवी, उत्तम देवी, सुनीता आदि ने गीत गाया।
गीता जयंती समारोह 25 दिसंबर को
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : गीता जयंती समारोह समिति द्वारा गीता जयंती का आयोजन 25 दिसंबर को किया जाएगा। समिति के स्वागत सचिव अरुण चौबे ने बताया कि राबर्ट्सगंज के जय प्रभा मंडपम में दोपहर साढ़े 12 बजे से आयोजन होगा। कार्यक्रम का विषय गीता में सामाजिक समरसता है। इसी विषय पर गोष्ठी होगी। विभिन्न क्षेत्रों से आए लोग इस विषय पर अपना-अपना विचार रखेंगे। संयोजक डा. वी सिंह, डा. कुसुमाकर लाल श्रीवास्तव व स्वागताकांक्षी जगदीश पंथी होंगे।