Move to Jagran APP

मासूम की मौत पर अस्पताल पहुंची पुलिस

जागरण संवाददाता सोनभद्र राब‌र्ट्सगंज नगर में निमोनिया से पीड़ित एक मासूम की शनिवार को मौत के बाद निजी नर्सिंग होम संचालक पर पुलिस का शिकंजा कस गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मासूम के परिवार वालों ने भी अस्पताल कर्मियों पर लापरवाही बरतने से मौत होने की बात कही है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के दौरान चिकित्सक से पूछताछ के बाद अस्पताल में लगे सीसीटीवी फूटेज को खंगालना शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 06:37 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 09:41 PM (IST)
मासूम की मौत पर अस्पताल पहुंची पुलिस
मासूम की मौत पर अस्पताल पहुंची पुलिस

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : राब‌र्ट्सगंज नगर में निमोनिया से पीड़ित एक मासूम की शनिवार को मौत के बाद निजी नर्सिंग होम संचालक पर पुलिस का शिकंजा कस गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मासूम के परिवार वालों ने भी अस्पताल कर्मियों पर लापरवाही बरतने से मौत होने की बात कही है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के दौरान चिकित्सक से पूछताछ के बाद अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है।

loksabha election banner

राब‌र्ट्सगंज में जीवन ज्योति मसीही अस्पताल के समीप बच्चों के निजी अस्पताल में 10 जनवरी की रात आठ बजे रामगढ़ की कंचन पत्नी अजय अपने ढाई वर्षीय पुत्र को उपचार के लिए भर्ती कराया था। मासूम को शनिवार की सुबह इसी निजी अस्पताल के समीप मौत हो गई। मासूम के मौत से कंचन बिलख पड़ी और वह वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग के किनारे अचेत हो गई। इसी दरम्यान मौके पर महिला शक्ति केंद्र की जिला समन्वयक सीमा द्विवेदी, महिला कल्याण अधिकारी नीतू यति व जिला बाल संरक्षण इकाई की रोमी पाठक पहुंच गई। हालात की जानकारी लेने के बाद घटना की सूचना राब‌र्ट्सगंज कोतवाली पुलिस को दी गई।

मौके पर पहुंची उपनिरीक्षक शिवानी मिश्रा ने 108 एंबुलेंस से महिला को जिला अस्पताल भेजा। इसी बीच घटना की सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश मिश्रा भी मौके पर पहुंच गए। स्थानीय लोगों से जानकारी लेने के बाद पुलिस बाल विशेषज्ञ के नर्सिंग होम पहुंची। चिकित्सक डा. अरुण सिंह से जानकारी लेने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है। मासूम के परिवार वालों ने उपचार में लापरवाही की आरोप लगाया है। बोले चिकित्सक मासूम को 10 जनवरी को भर्ती कराया गया था लेकिन, 15 जनवरी को परिवार वाले खुद डिस्चार्ज करा ले गए जबकि उसकी हालत गंभीर थी। मना भी किया लेकिन, वे नहीं मानें। शनिवार को मासूम को दिखाने के लिए वे अस्पताल आ रहे थे, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई।

- डा. अरुण सिंह, अस्पताल के संचालक।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.