मासूम की मौत पर अस्पताल पहुंची पुलिस
जागरण संवाददाता सोनभद्र राबर्ट्सगंज नगर में निमोनिया से पीड़ित एक मासूम की शनिवार को मौत के बाद निजी नर्सिंग होम संचालक पर पुलिस का शिकंजा कस गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मासूम के परिवार वालों ने भी अस्पताल कर्मियों पर लापरवाही बरतने से मौत होने की बात कही है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के दौरान चिकित्सक से पूछताछ के बाद अस्पताल में लगे सीसीटीवी फूटेज को खंगालना शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : राबर्ट्सगंज नगर में निमोनिया से पीड़ित एक मासूम की शनिवार को मौत के बाद निजी नर्सिंग होम संचालक पर पुलिस का शिकंजा कस गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मासूम के परिवार वालों ने भी अस्पताल कर्मियों पर लापरवाही बरतने से मौत होने की बात कही है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के दौरान चिकित्सक से पूछताछ के बाद अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है।
राबर्ट्सगंज में जीवन ज्योति मसीही अस्पताल के समीप बच्चों के निजी अस्पताल में 10 जनवरी की रात आठ बजे रामगढ़ की कंचन पत्नी अजय अपने ढाई वर्षीय पुत्र को उपचार के लिए भर्ती कराया था। मासूम को शनिवार की सुबह इसी निजी अस्पताल के समीप मौत हो गई। मासूम के मौत से कंचन बिलख पड़ी और वह वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग के किनारे अचेत हो गई। इसी दरम्यान मौके पर महिला शक्ति केंद्र की जिला समन्वयक सीमा द्विवेदी, महिला कल्याण अधिकारी नीतू यति व जिला बाल संरक्षण इकाई की रोमी पाठक पहुंच गई। हालात की जानकारी लेने के बाद घटना की सूचना राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस को दी गई।
मौके पर पहुंची उपनिरीक्षक शिवानी मिश्रा ने 108 एंबुलेंस से महिला को जिला अस्पताल भेजा। इसी बीच घटना की सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश मिश्रा भी मौके पर पहुंच गए। स्थानीय लोगों से जानकारी लेने के बाद पुलिस बाल विशेषज्ञ के नर्सिंग होम पहुंची। चिकित्सक डा. अरुण सिंह से जानकारी लेने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है। मासूम के परिवार वालों ने उपचार में लापरवाही की आरोप लगाया है। बोले चिकित्सक मासूम को 10 जनवरी को भर्ती कराया गया था लेकिन, 15 जनवरी को परिवार वाले खुद डिस्चार्ज करा ले गए जबकि उसकी हालत गंभीर थी। मना भी किया लेकिन, वे नहीं मानें। शनिवार को मासूम को दिखाने के लिए वे अस्पताल आ रहे थे, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई।
- डा. अरुण सिंह, अस्पताल के संचालक।