सौ प्रतिशत मतदान का उठाएं जिम्मा
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हमें अपने निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर ऐसे प्रत्याशी को चुनना है जो पूरे देश का नेता हो और जिसकी ²ष्टि में राष्ट्रहित सर्वोपरि हो। किसी भी लोकतांत्रिक देश की शक्ति का बोध उसके आम या खास चुनावों में मतदाता के निर्णय से आकी जाती है। अत हर मतदाता को यह निर्णय कर लेना है कि उसका एक वोट उस जनप्रतिनिधि को ही दिया जाएगा जिसके दिल में भारत धड़कता है। सौ प्रतिशत मतदान का जिम्मा उठाएं जनता की आकांक्षाओं को पूर्ण करने वाली एक स्थिर सरकार बनाने वाली पार्टी को ही मतदान करें।
जासं,सोनभद्र:भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हमें अपने निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर ऐसे प्रत्याशी को चुनना है जो पूरे देश का नेता हो और जिसकी ²ष्टि में राष्ट्रहित सर्वोपरि हो। किसी भी लोकतांत्रिक देश की शक्ति का बोध उसके आम या खास चुनावों में मतदाता के निर्णय से आकी जाती है। अत: हर मतदाता को यह निर्णय कर लेना है कि उसका एक वोट उस जनप्रतिनिधि को ही दिया जाएगा, जिसके दिल में भारत धड़कता है। सौ प्रतिशत मतदान का जिम्मा उठाएं, जनता की आकांक्षाओं को पूर्ण करने वाली एक स्थिर सरकार बनाने वाली पार्टी को ही मतदान करें।
- डा.दिनेश दिनकर, साहित्यकार, रिहंद नगर।