भगवती के ब्रह्मचारिणी स्वरूप के पूजन को उमड़े लोग
वासंतिक नवरात्र के दूसरे दिन रविवार को भगवती के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी की आराधना हुई। जगह-जगह मंदिरों में श्रद्धालुओं ने मत्था टेका और घरों ने दुर्गा सप्तशती का पाठ किया। कई जगह भंडारे और भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। मातारानी के जयकारे से सोनांचल का कोना-कोना गूंजता रहा।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वासंतिक नवरात्र के दूसरे दिन रविवार को भगवती के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी की आराधना हुई। जगह-जगह मंदिरों में श्रद्धालुओं ने मत्था टेका और घरों ने दुर्गा सप्तशती का पाठ किया। कई जगह भंडारे और भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया गया। मातारानी के जयकारे से मंदिर के आसपास का क्षेत्र गूंजता रहा।
राबर्ट्सगंज के शीतला माता मंदिर में सुबह करीब छह बजे ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मातारानी के श्रृंगार के बाद जैसे ही पट खुला दर्शन-पूजन करने वालों का तांता लग गया। शीतला माता की जय, मां दुर्गा की जय से क्षेत्र गूंजने लगा। मंदिर के बाहर भी काफी ज्यादा भीड़ थी। जो लोग जल्दी में थे वे मंदिर के बाहर ही शीश नवाए और घर के लिए रवाना हो लिए। इस भीड़ में महिला, पुरुष बच्चे सभी कतार में खड़े नजर आए। आस-पास नारियल-चुनरी की दुकानों भी काफी भीड़ नजर आई। इसी तरह दुर्गा मंदिर, संतोषी माता मंदिर और सातो मइया मंदिर में भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा।
कोन प्रतिनिधि के अनुसार : स्थानीय थाना क्षेत्र में स्थित अमिला धाम में नौ दिनों तक विशेष आराधना की जाती है। यहां दूसरे दिन भी पड़ोसी राज्य झारखंड व छत्तीसगढ़ से भी लोग पहुंचे। जंगल व पहाड़ का इलाका होने के कारण यहां सतर्कता अधिक रही। कोन थाने के प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह के साथ ही पुलिस टीम लगातार चक्रमण कर रही है। यहां भी सुबह से ही भीड़ लगी रही।
इसी तरह शक्तिनगर के ज्वालामुखी मंदिर, डाला के वैष्णो माता मंदिर में नवरात्र के दूसरे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। रामगढ़ क्षेत्र में स्थित शीतला मंदिर, काली मंदिर आदि देवी मंदिरों में भीड़ उमड़ी। जिले की सीमा से सटे चंदौली में स्थित अमराभगवती धाम में नौ दिवसीय भंडारा और अखंड पाठ चल रहा है।