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कल से धान की खरीद, मुकम्मल तैयारी

इस बार धान की खरीद जिले के 65 क्रय केंद्रों पर करायी जानी है। इसके लिए किस केंद्र का लक्ष्य कितना है यह निर्धारित कर दिया गया है। क्रय केंद्रों पर बोरा और पर्याप्त मात्रा में धनराशि होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि यह दावा कितना सही है यह पहले दिन की खदीद और वहां की व्यवस्थाओं से स्वत पता चल जाएगा। गत दिनों हुई बारिश और तेज हवा के कारण कई किसानों के फसलों को क्षति हुई है। कई तरह के रोग लगे हैं। ऐसे में इन किसानों का धान खरीद करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Oct 2019 09:56 PM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 06:29 AM (IST)
कल से धान की खरीद, मुकम्मल तैयारी
कल से धान की खरीद, मुकम्मल तैयारी

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : इस बार धान की खरीद जिले के 65 क्रय केंद्रों पर करायी जानी है। इसके लिए किस केंद्र का लक्ष्य कितना है यह निर्धारित कर दिया गया है। क्रय केंद्रों पर बोरा और पर्याप्त मात्रा में धनराशि होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि यह दावा कितना सही है यह पहले दिन की खरीद और वहां की व्यवस्थाओं से स्वत: पता चल जाएगा। गत दिनों हुई बारिश और तेज हवा के कारण कई किसानों के फसलों को क्षति हुई है। कई तरह के रोग लगे हैं। ऐसे में इन किसानों का धान खरीद करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।

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जिले में होने वाली इस बार की खरीद की तैयारियों पर गौर करें तो कुल छह एजेंसियों के माध्यम से खरीद करायी जाएगी। इसमें मार्केटिग, पीसीएफ, कर्मचारी कल्याण निगम, पीसीयू, नैफेड व एफसीआइ को नामित किया गया है। सभी के अलग-अलग कुल 65 केंद्र बनाए गए हैं। इनपर कुल एक लाख 12 हजार 200 एमटी की खरीद करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए प्रत्येक केंद्र पर तौल के लिए कांटा, बोरा आदि भेजा जा रहा है। एक नवंबर से खरीद होनी है इस लिए 31 अक्टूबर तक सभी तैयारी पूरी कर लेने की तैयारी में संबंधित एजेंसियां लगी हुई हैं। खरीद आनलाइन होनी है इस लिए पंजीकरण भी हो रहा है। अभी तक 3772 किसानों ने पंजीकरण कराया है। हालांकि अभी मुश्किल से पांच फीसद किसानों की फसल ही तैयार है। सामान्य धान का मूल्य 1815 रुपये प्रति क्विटल

इस बार धान खरीद के लिए शासन स्तर से जो समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है वह 1815 रुपये प्रति क्विटल सामान्य धान और 1835 रुपये प्रति क्विटल पतले धान का है। 20 रुपये प्रति क्विटल की दर से पल्लेदारी आदि का किसान मौके पर नकद देंगे। बाद में उसे आनलाइन भुगतान कर दिया जाएगा। यानि उसका पैसा नहीं मिलेगा। अबकी भुगतान पीएफएमएस से

इस बार किसानों को भुगतान किसी क्रय केंद्र से नहीं बल्कि पीएफएमएस के जरिए किया जाएगा। जिला विपणन अधिकारी देवेंद्र सिंह बताते हैं कि खरीद के बाद आनलाइन फीडिग केंद्र प्रभारी द्वारा की जाएगी। इसके बाद उसका भुगतान सीधे मुख्यालय स्तर से पीएफएमएस (पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम) के जरिए होगा। भुगतान न्यूनतम 72 घंटे अधिकतम सात दिन में किया जाना है। 15,616 किसानों ने बेचा था धान

गत वर्ष जिले के क्रय केंद्रों पर कुल 15,616 किसानों ने धान बेचा था। इनसे कुल एक लाख 38 हजार 550 एमटी की खरीद की गई थी। इनसे कुल 24,523 लाख रुपये का भुगतान किया गया। कोई भुगतान लंबित नहीं है। क्या आ सकती है चुनौती..

इस बार बिना मौसम के बारिश और तेज हवा के कारण फसलों में कई तरह के रोग लगे हैं। ऐसी स्थिति में उत्पादन प्रभावित होगा तो होगा कि जो धान है उसकी गुणवत्ता भी प्रभावित होगी। इस आशंका से अगर केंद्र प्रभारी कटौती करेंगे तो इसको लेकर विवाद की स्थिति होगी। हालांकि 17 फीसद तक नमी और तीन फीसद तक पइया अनुमन्य होती है। बोले किसान--

अभी धान की फसल तैयार नहीं है। करीब 15 दिन में फसल कटने लगेगी। हर साल की तरह इस साल भी रजिस्ट्रेशन की वेबसाइट धीमी है। इसके साथ ही इस बार लखनऊ से भुगतान की बात कही जा रही है। ऐसे में आशंका है कि कहीं भुगतान में देर न हो जाए।

- शिव प्रसाद पांडेय, लसड़ा कई बार नंबर लगाने के बाद भी खरीद नहीं होती। वहां तथाकथित बिचौलिए हावी हो जाती है। इस लिए इस बार पहले से ही विभाग को सतर्क रहना चाहिए। वैसे अभी तो फसल तैयार नहीं है। तब तक तैयारी कर लेनी चाहिए।

- इं. रामजी सिंह, कुसी


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