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पाइप लाइन की शि¨फ्टग का खर्च उठायेगा एनसीएल

दो सरकारी महकमों के बीच फंसे औड़ी-शक्तिनगर मार्ग के फोरलेन बनने का रास्ता अब साफ हो गया है। प्रदूषण नियंत्रण के लिए एनजीटी द्वारा बनाई गई ओवरसाइट कमेटी ने सड़क के किनारे पाइपलाइन को हटाने का निर्देश देते हुए साफ किया है कि पाइप लाइन हटाने का खर्च एनसीएल वहन करेगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 06:50 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 06:50 PM (IST)
पाइप लाइन की शि¨फ्टग का खर्च उठायेगा एनसीएल
पाइप लाइन की शि¨फ्टग का खर्च उठायेगा एनसीएल

सबहेड..दो महकमों के बीच फंसे औड़ी-शक्तिनगर मार्ग के फोरलेन बनने का रास्ता साफ

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..राहत..

-काफी समय से लटके निर्माण कार्य के जल्द शुरू होने की उम्मीद

-पीडब्ल्यूडी व एनसीएल के बीच फंड को लेकर उलझा था मामला जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : दो सरकारी महकमो के बीच फंसे औड़ी-शक्तिनगर मार्ग के फोरलेन बनने का रास्ता अब साफ हो गया है। प्रदूषण नियंत्रण के लिए एनजीटी द्वारा बनाई गई ओवरसाइट कमेटी ने सड़क के किनारे की पाइप लाइन को हटाने का निर्देश देते हुए साफ किया है कि पाइप लाइन हटाने का खर्च एनसीएल वहन करेगी। साथ ही दस दिन के अंदर इस रोड पर काम शुरू करने का भी आदेश दिया है।

दरअसल औड़ी से शक्तिनगर तक फोरलेन होने वाली सड़क के पास एनसीएल के पानी की पाइप लाइन गुजरी है। जिसे पीडब्ल्यूडी ने सर्वे के समय नजरअंदाज कर दिया। बाद में पाइप लाइन हटाने को लेकर पीडब्ल्यूडी और एनसीएल के अधिकारियों के बीच कई दौर की वार्ता भी हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकल रहा था। प्रदूषण नियंत्रण के लिए बनी हाई पावर ओवरसाइट कमेटी की शक्तिनगर में एनसीएल के अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ हुई बैठक में लोगों ने इस सड़क का मुद्दा उठाया। जिसके बाद कमेटी ने एनसीएल को साफ निर्देश दिया कि पाइप लाइन हटाने का पूरा खर्च एनसीएल ही वहन करेगी। इसके अलावा बैठक में सड़क की दोनों पटरियों को पेवर ब्लाक/हार्ड सो¨लग इंटरला¨कग ईंट से निर्मित कर प्रतिदिन स्वी¨पग मशीन के माध्यम से साफ-सफाई किये जाने का मुद्दा उठा। साथ ही औड़ी-शक्तिनगर मुख्य मार्ग के दोनों तरफ सड़क से सटे गांवों की आबादी को सड़क दुर्घटनाओं एवं प्रदूषण से बचाये जाने के लिए अतंरग्रामीण वैकल्पिक सड़कों के माध्यम से जोड़े जाने के लिए सड़क निर्माण कराने की भी चर्चा हुई।

बता दें कि हाई पावर ओवरसाइट कमेटी ने एनजीटी के आदेश के क्रम में 23 से 25 अक्टूबर तक गंभीर प्रदूषण प्रभावित क्षेत्रों के सघन निरीक्षण के बाद 25 अक्टूबर को सोनभद्र कलेक्ट्रेट में ¨सगरौली और सोनभद्र के औद्योगिक संस्थाओं व आला अधिकारियों सहित सामाजिक कार्यकर्ता के साथ पांच घंटे की बैठक हुई। कमेटी ने एक-एक ¨बदू पर सभी पक्षों से जवाब तलब किया और प्रदूषण नियंत्रण पर सख्त रुख अपनाते हुए सभी संस्थानों सहित सरकारी अमले को भी कड़ी हिदायत दी। बैठक के बाद कमेटी के चेयरमैन राजेश कुमार की तरफ से जारी कार्यवृत्त में सभी विद्युत परियोजनाओं को राख निस्तारण पर विशेष बल देने के साथ-साथ परियोजनाओं की 300 किमी की परिधि मे सड़क निर्माण कार्यो मे राख का उपयोग किये जाने का भी निर्देश दिया। हाथीनाला-¨सगरौली मार्ग के भी फोरलेन बनने की उम्मीद

हाथीनाला से ¨सगरौली मार्ग एनएच-75(ई) को बनाये जाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को एनजीटी की ओवरसाइट कमेटी ने निर्देश दिया है। कमेटी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को कहा है कि इस सड़क निर्माण के सभी जरूरी ¨बदुओं के बारे में पता कर पूरी जानकारी दें। कमेटी ने साफ किया है कि इस सड़क को भी फोरलेन किये जाने की जरूरत है।


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