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चहेतों की चुनाव ड्यूटी कटवाने वालों की अब खैर नहीं

लोक सभा चुनाव के दौरान अगर कोई अधिकारी अपने विभाग के किसी चहेते को अगर चुनावी ड्यूटी से बचाने की कोशिश करेगा तो वह तत्काल पकड़ा जाएगा। क्योंकि इस बार चुनाव आयोग ने इसके लिए सख्त नियम बना दिया है। आनलाइन फी¨डग कराने के साथ ही उनके सत्यापन आदि की भी व्यवस्था बनायी गई है। इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों को जरूरी निर्देश भी जारी किया जा चुका है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 09:06 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 09:06 AM (IST)
चहेतों की चुनाव ड्यूटी कटवाने वालों की अब खैर नहीं
चहेतों की चुनाव ड्यूटी कटवाने वालों की अब खैर नहीं

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : लोकसभा चुनाव में अगर कोई अधिकारी अपने विभाग के किसी चहेते कर्मचारी को चुनाव ड्यूटी से बचाने की कोशिश करेगा तो वह तत्काल पकड़ लिया जाएगा क्योंकि इस बार चुनाव आयोग ने इसके लिए सख्त नियम बना दिया है। ऑनलाइन फी¨डग कराने के साथ ही उनके सत्यापन आदि की भी व्यवस्था बनाई गई है। इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों को जरूरी निर्देश भी जारी किया जा चुका है।

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निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए एक साफ्टवेयर तैयार किया गया है। उसका नाम है ईपीडीएस। इस पर सभी विभागों के मुखिया को प्रपत्र-1 भरना है। इसमें उस विभाग के मुखिया का नाम, विभाग का नाम, पदनाम के साथ ही अन्य कार्मिकों का नाम, पदनाम, महिला है या पुरुष, कहीं दिव्यांग तो नहीं है और उसकी सेवानिवृत्ति की तिथि को भरना है। इसके बाद जैसे ही उसे सबमिट किया जाएगा एक शपथ पत्र आएगा। विभागाध्यक्ष को उसे भी भरना है। उसी के आधार पर चुनाव के दौरान ड्यूटी लगाई जाएगी। एनसीआइसी अनिल गुप्ता ने बताया कि जरूरत पड़ने पर कोषागार से इन विभागों का सत्यापन भी कराया जा सकता है। वहां अगर यह पता चलेगा कि उस विभाग से वेतन अधिक लोग रहे हैं और सूची में संख्या कम है, तो ऐसी दशा में अधिकारी पर कार्रवाई भी हो सकती है।

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सेवानिवृत्त होने वालों की अलग सूची

निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक निर्वाचन ड्यूटी लगाने के लिए इस बार ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। जो प्रपत्र-1 भरवाया जा रहा है उसमें 31 मई को सेवानिवृत्त होने वाले कार्मिकों की सूची का खास जिक्र किया जाना है। जानें चुनाव को

जिले में कुल मतदान केंद्र : 938

जिले में कुल मतदेयस्थल : 1475

जिले में कुल विभाग : 108

कुल कार्यालयों की संख्या : 220

कुल अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या : 13000

50 फीसद से कम मतदान वाले बूथों पर चलेगा जागरूकता अभियान

जासं, सोनभद्र : लोकसभा चुनाव 2014 के चुनाव में जनपद जिन बूथों पर मतदान प्रतिशत सबसे कम था, वहां पर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जाए। उक्त बातें मुख्य विकास अधिकारी एके द्विवेदी ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर स्वीप टीम को दिशा निर्देश जारी करते हुए कही। इसमें सर्वप्रथम उन बूथों पर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जहां पर पूर्व में हुए चुनावों में 50 फीसद से कम मत पड़े हैं।

विधानसभावार मतदान के आंकड़ें

जिला परियोजना समन्वयक अनिल केशरी ने बताया कि गत विधानसभा चुनाव में घोरावल में कुल 65.15 फीसद मतदान हुआ था। इसमें 21 से 30 फीसद के मतदान वाले बूथों की संख्या एक है। इसी तरह 31 से 50 प्रतिशत मतदान वाले बूथों की संख्या 14 हैं। सदर विस सीट में कुल 62.43 फीसद मत पड़े थे। इसमें 21 से 30 फीसद वाले एक बूथ है। 31 से 50 फीसद वाले 47 बूथ हैं। विधानसभा दुद्धी में 63.76 फीसद मतदान हुआ था, जिसमें 21 से 30 फीसद वाले बूथ छह हैं। 31 से 50 फीसद वाले 20 बूथ हैं। ओबरा विधानसभा में कुल 52.78 फीसद मत पड़े थे। इसमें 11 से 20 फीसद वाले बूथों की संख्या एक है। 12 ऐसे बूथ हैं जहां 21 से 30 फीसद ही मत पड़ा था। 110 ऐसे बूथ हैं जहां 31 से 50 प्रतिशत पड़ा। लोकसभावार मतदान का हाल

लोकसभा चुनाव 2014 में विधानसभा घोरावल कुल 57. 95 मत प्रतिशत रहा। जहां 51 ऐसे बूथ हैं जिस पर 31 से 50 प्रतिशत मत पड़े थे। सदर विधानसभा में कुल मत 53.6 प्रतिशत मत पड़ा था। एक बूथ पर 11 प्रतिशत मत पड़ा था। नौ बूथ ऐसे थे जहां पर 21 से 30 प्रतिशत मत पड़ा था। वहीं ओबरा में कुल 44.29 प्रतिशत मत पड़ा था। तीन ऐसे बूथ रहे जहां पर 11 से 20 प्रतिशत ही मत पड़ा। दुद्धी में कुल 54.35 प्रतिशत मत पड़े। इसमें 10 बूथ ऐसे हैं जहां से 30 प्रतिशत से कम मत पड़े।


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