सांगोबांध में नहीं हो रही सफाई, नागरिक परेशान
जासं, सांगोबांध (सोनभद्र) : म्योरपुर विकास खंड के सांगोबांध ग्राम पंचायत केंद्र सरकार के स्वच्छ
जासं, सांगोबांध (सोनभद्र) : म्योरपुर विकास खंड के सांगोबांध ग्राम पंचायत केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के दौर में भी सफाई कर्मी विहीन है। इससे जहां गांव में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा है वहीं संक्रामक बीमारियों के प्रसार का भी अंदेशा उत्पन्न हो गया है। लोगों का कहना है कि गांव में पंचायत भवन, साप्ताहिक बाजार, राजकीय कन्या उच्चतर विद्यालय, पूर्व माध्यमिक सहित दो प्राथमिक विद्यालय है। साफ-सफाई के अभाव में बाजार, अस्पताल, पंचायत भवन और विद्यालयों में जगह-जगह कूड़े कचरे पड़े रहते हैं। विद्यालयों के शौचालय की स्थिति और भी विषम है। सभी गांव साफ सुथरे हों कि मंशा से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2008 में प्रत्येक राजस्व गांव में सफाई कर्मी की तैनाती की गयी थी। प्रारंभ में तो गांवों में सफाई कर्मी डटे रहे लेकिन धीरे-धीरे अधिकांश बड़े राजस्व गांव सफाईकर्मी विहीन होते जा रहे हैं। इससे सरकार की मंशा पर सवालिया निशान लग रहा है। लोगों का कहना है कि बड़े गांवों में सफाई कर्मी का काम अधिक रहता है। इससे से¨टग कर सफाई कर्मी अपनी तैनाती छोटे गांवों में करा लेते हैं। बभनी विकास खंड का राजस्व गांव करम टोला में केवल चार घर व एक हैंडपंप है। इसके बाद भी गांव में सदैव से सफाई कर्मी तैनात रहे हैं। सांगोबांध के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बाल मुकुन्द जायसवाल ने कहा कि वर्ष 2015 से सांगोबांध गांव सफाई कर्मी विहीन था। काफी पैरवी के बाद विधानसभा चुनाव के वक्त एक सफाई कर्मी की तैनाती की गयी मगर एक वर्ष में वह भी चलता बना। पूर्व प्रधान राजकुमार गुप्ता, रामज्ञान, क्षेत्र पंचायत सदस्य राम कुमार, मानरूप, ग्रामीण प्रद्युम्न प्रजापति, अशोक, अरविन्द, संतोष, नानदेव, श्रीराम सहित विद्यालय के शिक्षकों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए गांव में सफाई कर्मी की नियुक्ति कराये जाने की मांग की है।