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नगरीय क्षेत्रों में चलेगा मच्छर मुक्ति अभियान

जागरण संवाददाता सोनभद्र जिले के नगरीय क्षेत्रों को मच्छर जनित रोगों से मुक्ति के लिए उनके प

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 04:53 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 04:53 PM (IST)
नगरीय क्षेत्रों में चलेगा मच्छर मुक्ति अभियान
नगरीय क्षेत्रों में चलेगा मच्छर मुक्ति अभियान

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले के नगरीय क्षेत्रों को मच्छर जनित रोगों से मुक्ति के लिए उनके पलने वाले स्थानों को चिन्हित करने व उसे नष्ट करने का व्यापक अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए मलेरिया इंस्पेक्टर के नेतृत्व में स्वास्थ्य टीम डेमोस्टिक ब्रीडिग चेकर्स का अभियान चलाएगी। इसके अलावा मच्छर जनित रोगों, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया आदि से बचाव की जानकारी भी आमजन को दी जाएगी। इस अभियान का मूल उद्देश्य मलेरिया व डेंगू जैसे खतरनाक रोगों पर नियंत्रण पाना है।

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जिला मलेरिया अधिकारी धर्मेंद्र नारायण श्रीवास्तव ने बताया कि मच्छर हर घर व हर स्थान पर पाए जाते हैं। इनके जीवन चक्र का एक बड़ा हिस्सा घरों के अंदर या बाहर संचित जल में बीतता है। मादा मच्छर अपने अंडे पानी में देती हैं जिससे लार्वा विकसित होते हैं जो वयस्क मच्छर बनते हैं। यदि इस चक्र को बीच में तोड़ दिया जाए तो मच्छरों के घनत्व एवं मलेरिया तथा डेंगू रोगों पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिले की स्वास्थ्य विभाग ने समस्त नगरीय क्षेत्रों में डेमोस्टिक ब्रीडिग चेकर्स नियुक्त किए हैं। जनपद में कुल 13 डेमोस्टिक ब्रीडिग चेकर्स नियुक्त हैं, जो नगरीय क्षेत्र में मच्छर स्त्रोत को चिन्हित करते हुए उन्हे नष्ट करने का काम करेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में यह कार्य आशाओं के माध्यम से कराया जाएगा। कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए करेंगे काम

डेमोस्टिक ब्रीडिग चेकर्स कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए महीने में 20 दिन सभी घरों में जाएंगे और घर के अंदर जल संचयन पात्रों जैसे कूलर, नाद, छत के ऊपर पानी की टंकी, ड्रम, वाहनों के टायर फेंके हुए नारियल, प्लास्टिक कप, निर्माण स्थलों में जल भंडारण, फूलों के गुलदस्ते, चींटी ट्रेक एव अन्य कंटेनर की जांच करेंगे। यदि संचित जल में लार्वा पाया जाता है तो गृह स्वामी को उचित सलाह देते हुए पात्र को खाली करायेगे। पात्र खाली नहीं कराया जा सकता है तो उसमें जला हुआ मोबिल डालकर लार्वा मुक्त करने का सुझाव गृह मालिक को देंगे। जिससे लोग मच्छर जनित रोगों से ग्रसित न होने पाए। मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया से बचाव की जानकारी देते हुए टीम द्वारा इसके प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि यदि किसी गृहस्वामी द्वारा मच्छर स्त्रोत को नष्ट करने में लापरवाही बरता जाएगा तो उनके ऊपर शासनादेश में निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार उससे सेवा शुल्क सहित लागत की वसूली टीम द्वारा की जाएगी।


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