सौर ऊर्जा लगाने के लिए डीएम को लिखा पत्र
छत्तीसगढ़ सीमा से सटे नक्सल प्रभावित गांव रंदह में सौर ऊर्जा न मिलने से ग्रामीण अंधेरे में रहने को विवश है। मंगलवार को ग्राम प्रधान संजय कुमार ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर ग्रामीणों को सौर उर्जा वितरण कराने की मांग किया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि छह महीने पहले बगैर विद्युतीकरण वाले मंजरों में सौभाग्य योजना के तहत पावर बैक लगाने का सर्वे कराकर विद्युत विभाग को अवगत कराया गया था। बावजूद इसके आज तक सोलर पावर बैक वितरण नहीं किया गया। ग्रामीण राजनारायण राम विलास राजाराम सोमा
जागरण संवाददाता, बभनी (सोनभद्र) : छत्तीसगढ़ सीमा से सटे नक्सल प्रभावित गांव रंदह में सौर ऊर्जा न मिलने से ग्रामीण अंधेरे में रहने को विवश है। मंगलवार को ग्राम प्रधान संजय कुमार ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर ग्रामीणों को सौर ऊर्जा वितरण कराने की मांग किया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि छह महीने पहले बगैर विद्युतीकरण वाले मंजरों में सौभाग्य योजना के तहत पावर बैक लगाने का सर्वे कराकर विद्युत विभाग को अवगत कराया गया था। बावजूद इसके आज तक सोलर पावर बैक वितरण नहीं किया गया।
ग्रामीण राजनारायण, राम विलास, राजाराम, सोमारु, रामविचार, नंदू, विशुनदेव, बुधराम, रामलखन, देव सिंह, रामधनी, मंगरु, मानरुप, बुधन, राजू, रामप्यारे ने सौभाग्य योजना में धांधली का आरोप लगाते हुए सोलर वितरण कराने की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि छह माह पहले प्रधान द्वारा रंदह, सागसोती, झनकपुर सहित अन्य विद्युतीकरण से वंचित टोलों के ग्रामीणों को सूची बद्ध कर सोलर से रोशन करने के लिए विभाग को पत्र सौंप दिया था। बावजूद इसके विभाग की लापरवाही से योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिला। इससे ग्रामीण अंधेरे में रहने को विवश हैं। ग्राम प्रधान ने विद्युतीकरण से वंचित रह गए ग्रामीणों को सौर ऊर्जा दिलाने की मांग किया है।