सहरी में दही तो इफ्तार में लस्सी व नींबू-पानी को तरजीह
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : भीषण गर्मी पड़ने को देखते हुए रोजेदारों द्वारा सहरी व इफ्तार क
जागरण संवाददाता, सोनभद्र :
भीषण गर्मी पड़ने को देखते हुए रोजेदारों द्वारा सहरी व इफ्तार के आहारों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस बार सहरी में दही रोजा रखने वालों की पहली पसंद बनी हुई है। कई लोग दही के साथ ब्रेड भी ले रहे हैं। इफ्तार में भी नींबू-पानी व लस्सी के साथ तरबूज, खरबूज, अंगूर, मौसमी आदि रसदार फलों को तरजीह दे रहे हैं। अभी सार्वजनिक सामूहिक इफ्तार का दौर शुरू नहीं हुआ है। मस्जिदों में रोजेदारों के आपसी सहयोग से इफ्तार अवश्य किया जा रहा है। पंद्रहवें रोजा के बाद व्यापक इफ्तार का दौर शुरू होगा। रोजेदार हिफाजत हुसैन ने बताया कि रमजान में रोजा रखना अल्लाह की सच्ची इबादत है। धूप व उमस रोजेदार को अवश्य बेहाल सकता है लेकिन उसके मन मस्तिष्क में अल्लाह के प्रति गहरी आस्था को कतई डिगा नहीं सकता। डिब्बा बंद खजूर की बढ़ी मांग
रमजान महीना प्रारंभ होते ही बाजारों में सेवईं व खजूर की दुकानें लग चुकी हैं। रमजान के महीने में वर्षों से राबर्ट्सगंज नगर में सेवईं की दुकान लगाने वाले शराफत अली ने बताया कि इस वर्ष तीन प्रकार की दूधफेनी सेवर्ई आई है। गुणवत्ता के आधार पर सेवइयों की कीमतें 120 रुपये से 300 रुपये प्रति किलो के बीच है। विशेषकर भुनी हुई बारीक सेवईं लोगों को खूब भा रही है। खजूर में संयुक्त अरब अमीरात में निर्मित डिब्बा बंद खजूर की मांग बढ़ी हुई है। जैसे-जैसे अन्य सामग्रियों की मांग होगी बाजार में सामानों की आवक बढ़ती जाएगी।