महंगाई के विरोध में वामदलों ने किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
जागरण संवाददाता सोनभद्र महंगाई के विरोध में मंगलवार को वामदलों ने संयुक्त रूप से जिलाकृषि अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति व राज्यपाल के नामित ज्ञापन जिला कृषि अधिकारी को सौंपा। प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए भाकपा नेता आरके शर्मा ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों और कार्यवाहियों के चलते तमाम तबके के लोग परेशान हैं।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : महंगाई के विरोध में मंगलवार को वामदलों ने संयुक्त रूप से जिलाकृषि अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति व राज्यपाल के नामित ज्ञापन जिला कृषि अधिकारी को सौंपा। प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए भाकपा नेता आरके शर्मा ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों और कार्यवाहियों के चलते तमाम तबके के लोग परेशान हैं। देश व प्रदेश को आर्थिक बर्बादी के गड्ढे में डाल दिया गया है। प्रदेश में रासायनिक खाद व बीज की कमी और कालाबाजारी, मौसम की मार से फसलों की तबाही, खरीफ फसलों खासकर धान की एमएसपी पर खरीद न होने से समस्या बढ़ता जा रहा है। किसान अपनी उपज को आधे अधूरे मूल्यों पर बेचने को मजबूर हैं। पेट्रोल डीजल और रसोई गैस की ऊंची कीमतों व मंहगाई के कारण मध्यम वर्ग परेशान है। कहा कि उप्र, त्रिपुरा और देश के अन्य भागों में अल्पसंख्यकों पर राजनीतिक उद्देश्य से किये जा रहे हमलों पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। कहा कि अगर हमारी मांग पर सुनवाई नहीं होती है तो हम लोग व्यापक आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
मांग किया कि फसल की बोआई को देखते हुए किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद बीज तत्काल उपलब्ध कराया जाए। खाद बीज की कालाबाजारी पर कारगर अंकुश लगाया जाए। पेट्रोल डीजल और रसोई गैस सिलेंडर को जीएसटी के अंतर्गत लाया जाए। राज्यों का वैट हटाया जाए। खाद्य पदार्थों, दवाओं, फलों, सब्जियों और अन्य जरूरी चीजों कीमतों को नीचे लाकर जनता को मंहगाई से राहत दिलाया जाए। तीनों कृषि कानूनों को रद्द किया जाए और एमएसपी की कानूनी गारंटी तय की जाए। चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मांगों पर सुनवाई नहीं होती है तो वाम कार्यकर्ता पूरे देश में आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस मौके पर प्रेमनाथ, मोहम्मद कलीम, बसावन गुप्ता, मुन्ना धांगर, अमरनाथ सूर्य, प्रेमचंद्र गुप्ता, नागेन्द्र कुमार सिंह, चंदन प्रसाद पासवान, वीरेंद्र सिंह गोंड, अशोक कुमार आदि रहे।