गांव के लाल का पहुंचा शव, मचा कोहराम
जासं महुली (सोनभद्र) विढमगंज थाना क्षेत्र के डूमरा गांव से गाजियाबाद कमाने गए सुनील कुमार (25) पुत्र नांहक का शव गुरुवार को एंबुलेंस से घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। शव के साथ आए उसके दो साथियों ने जो बताया उससे गाजियाबाद पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए परेशान व हलकान रहे लेकिन विढमगंज पुलिस भी पीएस कराने से आनाकानी करती रही।
जासं, महुली (सोनभद्र) : विढमगंज थाना क्षेत्र के डूमरा गांव से गाजियाबाद कमाने गए सुनील कुमार (25) पुत्र नांहक का शव गुरुवार को एंबुलेंस से घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। शव के साथ आए उसके दो साथियों ने जो बताया उससे गाजियाबाद पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए परेशान रहे, लेकिन विढमगंज पुलिस भी पोस्टमार्टम कराने से आनाकानी करती रही।
डूरमा गांव से सुनील के साथ उसी गांव का मोहन व झारखंड राज्य के जमुआ गांव निवासी सूरज कुमार गाजियाबाद कमाने गए थे। ये लोग रेलवे विभाग के एक कार्य में ठेकेदार के मार्फत कार्य कर रहे थे। शव लेकर गुरुवार को शाम छह बजे डूमरा पहुंचे मोहन व सूरज ने बताया कि गाजियाबाद के भोजपुर की पुलिस ने उन्हें बुधवार को फोन कर थाने बुलाया। जब वे थाने पहुंचे तो सुनील का शव सील कर दिया गया था। पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही ठेकेदार के मार्फत एंबुलेंस बुलाकर शव को उनके साथ भेज दिया गया। बताया गया कि सड़क हादसे में सुनील की मौत हुई है। डूमरा शव पहुंचने पर परिवार वालों ने इसकी जानकारी विढमगंज पुलिस को दी लेकिन यहां की पुलिस भी पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दी।
पुलिस का कहना था कि थाने पांच लोग आ जाए और पंचनामा कर दिया जाएगा। आनलाइन प्राथमिकी दर्ज करा लें। परिवार वाले मौत के कारणों का खुलासा करने के लिए गुरुवार की देर शाम तक थाने का चक्कर लगाते रहे। क्षेत्राधिकारी सर्किल दुद्धी संजय वर्मा ने बताया कि विढमगंज थानाध्यक्ष को नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। पोस्टमार्टम होगा या नहीं सीधे तौर पर कुछ भी बताने से इन्कार कर दिए।