आतंकवाद खत्म करने वाले खा रहे खीर: अखिलेश
सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आतंकवाद सहित अन्य कई मुद्दों पर केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा। कहा कि आतंकवाद खत्म करने की बात करने वाले पाकिस्तान में बैठकर खीर खा रहे हैं। भाजपा की गलत नीतियों के कारण जवान शहीद हो रहे हैं। देश की अर्थव्यवस्था भी गड़बड़ हो गई है। इनकी ठोको नीति के कारण कानून व्यवस्था चौपट होती जा रही है। कइयों की जान इनकी ठोको नीति के कारण चली गई।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आतंकवाद सहित अन्य कई मुद्दों पर केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा। कहा कि आतंकवाद खत्म करने की बात करने वाले पाकिस्तान में बैठकर खीर खा रहे हैं। भाजपा की गलत नीतियों के कारण जवान शहीद हो रहे हैं। देश की अर्थव्यवस्था भी गड़बड़ हो गई है।
रविवार को राबर्ट्सगंज के हाइडिल मैदान में सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी भाईलाल कोल के समर्थन में जनसभा को पूर्व मुख्यमंत्री संबोधित कर रहे थे। करीब 40 मिनट के संबोधन में वे अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाने के साथ ही पीएम मोदी व सीएम योगी पर हमलावर दिखे। कहा कि देश की जनता भाजपा सरकार के झूठ, फरेब व धोखे से दुखी है। भाजपा की सरकार जब से आई है तब से लोगों की नौकरी छिन गई, रोजगार छिन गया। अच्छे दिन का वादा करने वाले अपने वादे के मुताबिक काम नहीं किए। वर्ष 2014 में चायवाला बनकर आने वाले आज चौकीदार बनकर आए हैं। ऐसे में इनकी चौकीदारी व चौकी छीनने का मन जनता बना चुकी है। प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। कभी जनता पुलिस को ठोकती है तो कभी पुलिस जनता को, कभी-कभी जनता-जनता को ही ठोक देती है। यानि इनकी ठोको नीति के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है। उसी में चोपन चेयरमैन इम्तियाज अहमद व जिले के एक इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा. सुरेश प्रसाद यादव की हत्या हो गई। इनकी सरकार झूठ व नफरत की नींव पर बनी है जो टीकने वाली नहीं है। सपा सरकार की योजनाओं को इन लोगों ने बंद कर दिया। जो पांच साल में कुछ नहीं कर पाया उस पर जनता भरोसा नहीं करेगी। देश सबसे ज्यादा असुरक्षित कभी रहा है जितना भाजपा के शासन में है। उन्होंने महागठबंधन के प्रत्याशी के समर्थन में माहौल भी बनाया। अर्थव्यवस्था को कर दिया चौपट
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि नौकरी मांगने वाले को नौकरी नहीं मिली, रोजगार मांगा तो पकौड़ा बनाने के लिए कह दिया। इतना ही नहीं देश की अर्थव्यवस्था को इतना चौपट किया कि जो देश पर 35 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था वह 70 लाख करोड़ से पार पहुंच चुका है। नोटबंदी करके इन्होंने कहा था कि काला धन लाएंगे। लोगों के खाते में पैसा भेजेंगे लेकिन नोटबंदी से केवल अर्थव्यवस्था को चौपट किया। जो धन आया भी तो वह बड़े-बड़े उद्योगपतियों को दे दिया जो लेकर विदेश भाग गए। बड़े शहरों ने निकले पुराने सिलेंडर को जनता में बांटा गया।
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