कंस का काल बन श्रीकृष्ण ने लिया अवतार
जासं, दुद्धी(सोनभद्र) : तहसील मुख्यालय परिसर में चल रही रासलीला में शुक्रवार की शाम विशाखा र
जासं, दुद्धी(सोनभद्र) : तहसील मुख्यालय परिसर में चल रही रासलीला में शुक्रवार की शाम विशाखा रमण बिहारी रासलीला मंडली के कलाकारों ने श्रीकृष्ण जन्म से जुड़े प्रसंग का मंचन कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया। आठवीं संतान के रूप में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म लेने व वासुदेव द्वारा श्रीकृष्ण को गोकुल धाम में यशोदा के घर पहुंचाने का मंचन कलाकारों ने भावपूर्ण अंदाज में किया। इस दृश्य का मंचन किया गया। रासलीला मंचन का शुभारंभ करते हुए व्यासजी ने जन्म से जुड़े प्रसंग को सरल भाषा में समझाया। कहा कि कंस का काल बन श्रीकृष्ण ने अवतार लिया था। आकाशवाणी के माध्यम से कंस को जब ज्ञात हुआ कि उसक सबसे दुलारी बहन की कोख से उसका काल जन्म लेगा, तब कंस ने बहन देवकी व बहनोई वासुदेव को बेड़ियों में जकड़ कर कैद खाने में डाल दिया। इसके बाद उनकी एक-एक कर सात संतानों को जन्म लेने के साथ ही मार डाला। इस मौके पर एक ओर मनमोहक अंदाज में घंटों बधाई गीत का मंचन हुआ।