निस्तारित न होने से बढ़ रहे भूमि विवाद के मामले
जागरण संवाददाता, गो¨वदपुर (सोनभद्र) : म्योरपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में इन दिनों भूमि विवाद के मामले काफी बढ़ च़ुके हैं।
जागरण संवाददाता, गो¨वदपुर (सोनभद्र) : म्योरपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में इन दिनों भूमि विवाद के मामले काफी बढ़ चुके हैं। ग्रामीण भूमि विवाद के कारण थाना, लेखपाल, कचहरी का चक्कर काटने को विवश हैं। प्रशासनिक स्तर पर भूमि विवादों का समुचित निस्तारण न किए जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में जहां तनाव बढ़ रहा है वहीं किसी बड़े विवाद से इंकार नहीं किया जा सकता। काफी दिनों पहले वन विभाग व राजस्व विभाग द्वारा किए गए सर्वे के दौरान की गई अनियमितताओं में एक ही भूमि पर दो-दो स्वामी बना दिए गए हैं जिसमें से एक मौके पर खेत की जोताई कर रहा है तो दूसरा अभिलेखों में ही कृषि कार्य भू-स्वामी बना हुआ है।
थाना क्षेत्र के रनटोला, किरवानी, खैराही, गो¨वदपुर, गंभीरपुर, रासपहरी, डरिहरा, सोढ़ो, टंगापाथर, औरहवा, कुंडाडीह, परनी, पड़री, गड़िया, काचन, करहिया, किरविल, चौरी सहित कई दर्जन गांव में भूमि विवाद प्रमुख समस्या बन गई। कुछ लोग अभिलेखों में भूमि के स्वामी हैं। वहीं दूसरा पक्ष कई पीढि़यों से घर मकान बनाकर जोत-कोड़ करता चला आ रहा है। अभिलेखों में भू-स्वामी बने लोग कब्जा लेने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं कई पीढि़यों से आबाद ग्रामीण कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं हैं। इस वजह से आए दिन थाना परिसर भूमि विवाद के दोनों पक्षों का जमावड़ा स्थल बन जाता है। भूमि संबंधी मामलों में पुलिस द्वारा शांति भंग में चालान कर अपने कर्तव्यों का पालन किया जा रहा है। वहीं लेखपालों द्वारा विवादित भूमि की पैमाइश न किए जाने से समस्या का हल नहीं निकल पा रहा है। जिस कारण तनाव बढ़ रहा है और गांव का अमन चैन भी प्रभावित हो रहा है। भाजपा नेता सोनाबच्चा अग्रहरि, सुजीत कुमार ¨सह, दीपक ¨सह, लालता जायसवाल का कहना है कि भूमि विवाद के हल के लिए मौके पर कोई ग्रामीणों से सत्यता की जांच कर असली स्वामी को भूमि का कब्जा एवं अभिलेख दोनों उपलब्ध कराया जाय तभी समस्या हल हो सकेगी।