फफराकुंड-मगरदहा रेलखंड पर हुआ स्पीड ट्रायल
रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वी सर्किल एएम चौधरी ने शुक्रवार को फफराकुंड से मगरदहा रेलवे स्टेशन के बीच दोहरीकरण योजना के तहत बनाए गए नए रेलवे ट्रैक व विद्युतीकरण का निरीक्षण किया। उन्होंने ट्रेनों के परिचालन से पूर्व लगभग आठ किलोमीटर नए ट्रैक का गहनता से जायजा लिया।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वी सर्किल एएम चौधरी ने शुक्रवार को फफराकुंड से मगरदहा रेलवे स्टेशन के बीच दोहरीकरण योजना के तहत बनाए गए नए रेलवे ट्रैक व विद्युतीकरण का निरीक्षण किया। उन्होंने ट्रेनों के परिचालन से पूर्व लगभग आठ किलोमीटर नए ट्रैक का गहनता से जायजा लिया।
सुरक्षा आयुक्त एवं धनबाद रेल मंडल प्रबंधक (डीआरएम) आशीष बंसल ने पहले मोटर ट्राली से फफराकुंड से मगरदहा के बीच बने नए ट्रैक पर सफर किया। नए ट्रैक पर स्पीड ट्रायल के तौर पर ट्रेन चलाई गई। आयुक्त ने मगरदहा से फफराकुंड के बीच बने नए ट्रैक पर दर्जनों जगहों पर मानक संबंधी जांच की। लगभग तीन घंटे तक उन्होंने आठ किलोमीटर के नए ट्रैक के कई पहलुओं को देखा। कई नए पुलों को भी परखा। रमना से वाया चोपन होते हुए सिगरौली जाने वाले इस मार्ग का बड़ा हिस्सा पहाड़ियों से होकर गुजरता है। फफराकुंड से मगरदहा के बीच मौजूद पुराने ट्रैक के समानांतर ट्रैक बनाने के लिए बड़े हिस्से में 60 से 100 फीट ऊंचा मिट्टी का पहाड़ खड़ा करना पड़ा। इतने भारी पैमाने पर मिट्टी लाने में भी काफी समस्या आई। बहरहाल सुरक्षा आयुक्त के तकनीकी निरीक्षण के बाद आठ किलोमीटर के इस नए हिस्से पर ट्रेनों का आवागमन शुरू हो जाएगा। देश में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले धनबाद रेल मंडल के इस रेलखंड के दोहरीकरण से मंडल की कमाई में भारी वृद्धि होगी। इस दौरान सीनियर डीओएम पंकज कुमार, डीओपी हरिशंकर प्रसाद सहित तमाम अधिकारी मौजूद रहे। रेलवे क्रासिग के लिए सौंपा ज्ञापन
अपना दल के प्रदेश सचिव रविद्र सिंह यादव ने डीआरएम आशीष बंसल को ज्ञापन सौंप कड़िया के पास रेलवे क्रासिग की मांग की। ज्ञापन में बताया कि ओबरा डैम से मगरदाहा के बीच एक भी रेलवे क्रासिग नहीं है, जिसके कारण ग्रामीणों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। साथ ही पटरियों को पार करने में दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इस दौरान अवधेश यादव, डा. जयदीप प्रजापति, रमेश केसरी, गम्मू यादव, रामसूरत प्रजापति, अभिषेक पटेल आदि उपस्थित रहे।