भारत में भारत मां का ही बनकर रहना होगा
कृष्णशिला परियोजना द्वारा मंगलवार की शाम बीना इंटर कालेज खेल मैदान में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ महाप्रबधक अमरनाथ पांडेय व बीना परियोजना के महाप्रबंधक राजेंद्र राय ने द्वीप प्रज्ज्वलन एवं कवियों को शाल बुके प्रदान कर किया।
जासं, अनपर (सोनभद्र) : कृष्णशिला परियोजना द्वारा मंगलवार की शाम बीना इंटर कालेज खेल मैदान में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें
हास्य व्यंग के कवि सुरेंद्र, यादवेंद्र ने हनुमंता तो हर धड़कन में जिदा है समेत अन्य काव्य पाठ कर खूब ठिठोली की। वीर रस के कवि अब्दुल गफ्फार खां ने भारत में भारत मां का बनकर रहना होगा की प्रस्तुति की। निशा आनन्द तिवारी ने तुझसे मिलकर के अब मैं संवर जाऊंगी, याद करके तुझे मैं निखर जाऊंगी आदि गीत की मनोरम प्रस्तुति की। श्रृंगार रस की नम्रता श्रीवास्तव ने मैंने जन्न्त को अपने मां के आंचल में देखा है की रोचक प्रस्तुति की। हास्य कवि आनंद राज आनंद हे बाबा वो नारी का दर्शन किया करें की प्रस्तुति की। एनसीएल के उभरते कवि पाणी पंकज पांडेय ने मैं जो चाहूं कलम को भी तलवार बना सकता हूं कि ओजभरी काव्य पाठ किया। ज्योति राय ज्वाला ने न हिदू की न मुस्लिम की मैं वतन की बात लिखता हूं। इसके पूर्व शुभारंभ महाप्रबंधक अमरनाथ पांडेय व बीना परियोजना के महाप्रबंधक राजेंद्र राय ने द्वीप प्रज्ज्वलन एवं कवियों को शाल, बुके प्रदान कर किया। कवि सम्मेलन का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुई। संचालन कवि अशोक सुंदरानी ने किया। कार्मिक अधिकारी केपी शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कवि सम्मेलन का समापन किया गया।